मुक्तेश्वर में आइवीआरआइ परिसर में प्रस्तावित डाॅप्लर रडार स्थापित करने पर मुहर
मुक्तेश्वर स्थित इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्ट्टीयूट आइवीआरआइ परिसर में प्रस्तावित डाप्लर रडार स्थापित करने पर मुहर लग चुकी है।
नैनीताल, जेएनएन : केदारनाथ आपदा के बाद प्रदेश में डाप्लर रडार लगाने की मुहिम अब रंग लाती नजर आ रही है। मुक्तेश्वर स्थित इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्ट्टीयूट आइवीआरआइ परिसर में प्रस्तावित डाप्लर रडार स्थापित करने पर मुहर लग चुकी है। छह करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित यह रडार अगले छह माह में कार्य करना शुरू कर देगा। हिमालयी क्षेत्र के मौसम का सटीक पूर्वानुमान लगाने में यह प्रणाली बेहद मददगार साबित होगी।
शनिवार को मौसम विभाग के राज्य निदेशक डॉ. विक्रम सिंह ने विभागों के अधिकारियों के साथ मुक्तेश्वर में प्रस्तावित जमीन का स्थलीय निरीक्षण गया। उन्होंने बताया कि फिलहाल प्रदेश में दो डाप्लर स्थापित किए जाने हैं, जिनमें एक मसूरी में लगाया जाएगा। दोनों डाप्लर रडार स्थापित किए जाने का प्रथम चरण का कार्य पूरा हो चुका है। तीसरे डाप्लर के लिए जगह की तलाश जारी है। मौसम में आने वाले बदलावों की जानकारी देने के लिए डाप्लर रडार की सुविधा बेहद जरूरी है, जिससे मानसून व पश्चिमी विक्षोभ से होने वाली बारिश का सटीक पूर्वानुमान लगाना बेहद आसान हो जाएगा। साथ ही अांधी, तूफान, ओलावृष्टिï व मौसम की अन्य जानकारियां समय रहते मिल पाएंगी। इस प्रणाली के विकसित हो जाने से समय रहते आपदाओं से बचा जा सकेगा। योजना में केंद्र सरकार ने डाप्लर आवंटित किए हैं, जबकि बुनियादी सुविधाओं का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। लगभग ढाई करोड़ रुपये का खर्चा आ जाएगा।
भवन निर्माण, विद्युत व्यवस्था व पेयजल व सड़क मरम्मत का कार्य अगले तीन माह पूरा हो जाएगा। इसके बाद हैदराबाद एस्ट्रा माइक्रोव कंपनी रडार स्टोलेशन का कार्य शुरू करेगी। इस कार्य में भी तीन माह लग जाएंगे। इसके बाद डाप्लर की गुणवत्ता की जांच का कार्य पूरा होने के बाद इससे मौसम की सूचनाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।
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