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शहरी क्षेत्र में जंगल विकसित करने का प्रस्ताव शासन में लटका, वन विभाग ने कर ली पूरी जमीनी तैयारी

शहरी क्षेत्रों में जंगल विकसित करने व पर्यावरण को सहेजने के लिए वन विभाग की ओर से नगर वन बनाने के लिए भेजा गया प्रस्ताव एक साल से अधर में है। नगर वन की पूरी कार्ययोजना तैयार कर चुके वनाधिकारियों को शासन से स्वीकृति का इंतजार है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 11:05 AM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 05:59 PM (IST)
शहरी क्षेत्र में जंगल विकसित करने का प्रस्ताव शासन में लटका, वन विभाग ने कर ली पूरी जमीनी तैयारी
शहरी क्षेत्र में जंगल विकसित करने का प्रस्ताव शासन में लटका, वन विभाग ने कर ली पूरी जमीनी तैयारी

रामनगर, जगारण संवाददाता : शहरी क्षेत्रों में जंगल विकसित करने व पर्यावरण को सहेजने के लिए वन विभाग की ओर से नगर वन बनाने के लिए भेजा गया प्रस्ताव एक साल से अधर में है। नगर वन की पूरी कार्ययोजना तैयार कर चुके वनाधिकारियों को शासन से स्वीकृति का इंतजार है।

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दरअसल तराई पश्चिमी वन प्रभाग द्वारा नगर वन बनाने के लिए काशीपुर-जसपुर एनएच 74 के समीप गोविंदपुर में 14 हेक्टेयर वन भूमि का चयन किया था। नगर वन को हरियाली से परिपूर्ण कर बैंच, सड़क, लाइट लगाकर आकर्षक बनाया जाना है। जिससे कि लोग यहां आकर घूमने के साथ ही आराम कर सकेंगे। इसके बनने से विभाग के दो मकसद पूरे होंगे।

नगर वन बनने से लोगों को घूमने के लिए एक हरियाली वाली जगह मिल जाएगी। दूसरा वन विभाग के आबादी वाले क्षेत्रों ेमें कई जगह ऐसे पेंच हैं। जिनमें अतिक्रमण या उसके खत्म होने की संभावना नहीं रहेगी। उस जगह को नया रूप देने से वह बची रहेगी। वन विभाग ने पिछले साल इस कार्ययोजना का शासन को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया था। एक साल से इस योजना पर शासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई।

तराई पश्चिमी वन प्रभाग के एसडीओ जगमोहन रावत ने बताया कि नगर वन बनाने की योजना केंद्र सरकार की है। इसके बनने से लोगों को ऐसी जगह मिलेगी जहां हरियाली के बीच वह घूम सकें। काशीपुर-जसपुर मार्ग के बीच में नगर वन बनाया जाना है। शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। अभी तक इस संबंध में शासन की ओर से कोई स्वीकृति नहीं मिली है।


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