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अव्‍यवस्‍थाओं से आजिज दो कॉलेजों की जिम्‍मेदारी संभाल रहे प्राचार्य प्रो. बिष्ट लेंगे वीआरएस NAINITAL NEWS

कुमाऊं के दो बड़े डिग्री कॉलेजों की जिम्मेदारी संभाल रहे प्राचार्य प्रो. गंगा सिंह बिष्ट ने स्वैच्छिक सेवानिवृति के लिए पत्र उच्च शिक्षा निदेशालय को भेज दिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 24 Jul 2019 09:32 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jul 2019 09:32 AM (IST)
अव्‍यवस्‍थाओं से आजिज दो कॉलेजों की जिम्‍मेदारी संभाल रहे प्राचार्य प्रो. बिष्ट लेंगे वीआरएस NAINITAL NEWS

हल्द्वानी, जेएनएन : उच्च शिक्षा विभाग में सबकुछ बेहतर नहीं चल रहा है। कॉलेजों से लेकर उच्च शिक्षा निदेशालय की अव्यवस्थाओं से आजिज आने से कुमाऊं के दो बड़े डिग्री कॉलेजों की जिम्मेदारी संभाल रहे प्राचार्य प्रो. गंगा सिंह बिष्ट ने स्वैच्छिक सेवानिवृति के लिए पत्र उच्च शिक्षा निदेशालय को भेज दिया है। हालांकि, उन्होंने वीआरएस लेटर में स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। वह राजकीय पीजी महाविद्यालय में प्राचार्य पद पर कार्यरत हैं और एमबीपीजी कॉलेज में भी प्रभारी प्राचार्य के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

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अभी बचा है 23 महीने का कार्यकाल

प्रो. गंगा सिंह बिष्ट का कार्यकाल अभी 23 महीने और बचा है। उन्हें जून, 2021 में सेवानिवृत होना है, लेकिन उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया है। उनके वीआरएस लेने से उच्च शिक्षा विभाग में खलबली मची हुई है। इस मामले में कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।

एमबीपीजी कॉलेज में काम न होने से हैं आहत

एमबीपीजी कॉलेज में विकास कार्य होने हैं। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद नैक के निरीक्षण से पहले कॉलेज में खेल के मैदान से लेकर तमाम कार्य किए जाने हैं। इसके लिए प्राचार्य बिष्ट जुटे हुए थे, लेकिन 65 लाख के प्रस्ताव को निदेशालय ने पहले दबा लिया और बाद में शासन को भेज दिया था। समय पर प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं मिलने से वह आहत हैं।  

कॉलेज का प्रशासनिक ढांचा भी अस्त-व्यस्त

एमबीपीजी में कॉलेज का प्रशासनिक ढांचा भी अस्त-व्यस्त है। कॉलेज की अधिकांश कमेटियां निष्क्रिय हैं। केवल औपचारिकता भर के लिए परीक्षाएं और प्रवेश प्रक्रिया संचालित हो रही है। कई विभागों में पढ़ाई नहीं हो पा रही है। कॉलेज की व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है।

वीआरएस निदेशालय को भेज दिया

प्रो. गंगा सिंह बिष्ट, प्राचार्य ने बताया कि स्वास्थ्य कारणों की वजह से वीआरएस निदेशालय को भेज दिया है। अभी स्वीकृत नहीं हुआ है। अब एक बार फिर निर्धारित फार्मेट में वीआरएस भेजना है।

फिलहाल वीआरएस के बारे में जानकारी नहीं 

डॉ. एससी पंत, निदेशक उच्च शिक्षा ने इस बारे में कहा कि वीआरएस शासन स्वीकृत करता है। अभी वीआरएस के बारे में पता नहीं। अगर लेटर आया भी होगा तो अभी मेरी टेबल पर नहीं पहुंचा है।


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