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Sawan Somwar : आस्था व जरूरत के अनुरूप घर पर तैयार करें शिवलिंग, मंदिरों भक्तों के प्रवेश पर रहेगी रोक

चंद्र मास सावन की शुरुआत सोमवार से हो गई है। शास्त्रों में सावन को सबसे पवित्र महीना बताया गया है। सावन में भगवान शिव की उपासना करने का कई गुणा फल मिलता है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 08:44 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 08:44 AM (IST)
Sawan Somwar : आस्था व जरूरत के अनुरूप घर पर तैयार करें शिवलिंग, मंदिरों भक्तों के प्रवेश पर रहेगी रोक

हल्द्वानी, जेएनएन : चंद्र मास सावन की शुरुआत सोमवार से हो गई है। शास्त्रों में सावन को सबसे पवित्र महीना बताया गया है। सावन में भगवान शिव की उपासना करने का कई गुणा फल मिलता है। शिव जलाभिषेक और फूल-पत्र चढ़ाने मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं। इस बार लाॅकडाउन के कारण शहर के मंदिर बंद हैं। ऐसे में शिवालयों में भक्तों का प्रवेश बंद रहेगा। हरि शरणम जन के प्रमुख स्वामी रामगोविंद दास भाईजी बताते हैं कि शास्त्रों में शिव के पूजन के कई विधान बताए गए हैं। भक्तजन घर पर शिवलिंग तैयार कर आस्था अनुरूप पूजन कर सकते हैं। इससे लाॅकडाउन के नियमों का पालन भी होगा और शिव की उपासना भी हो सकती है।

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कुछ विशिष्ट शिवलिंग पूजन का फल

  • मिश्री से बने शिवलिंग: रोगों का नाश होता है।
  • बांस का शिवलिंग: बांस के अंकुर को शिवलिंग आकार में काटकर पूजने से वंश वृद्धि।
  • फूलों से बना शिवलिंग: भूमि और भवन की प्राप्ति होती है।
  • फल के शिवलिंग: उत्पादन व धन-धान्य में वृद्धि होती है।
  • आटे से बना शिवलिंग: जौ, गेहूं, चावल के आटे से बना शिवलिंग पूजने से सुख-समृद्धि, संतान प्राप्ति।
  • उड़द के आटे से बना शिवलिंग: सुंदर पत्नी मिलती है।
  • मक्खन से बना शिवलिंग: समस्त सुख की प्राप्ति होती है।
  • गुड़ का शिवलिंग: शिवलिंग पर अन्न चिपकाकर पूजा करने से उपज बढ़ती है।
  • दही से बना शिवलिंग: सुख-संपत्ति और धन की प्राप्ति होती है।
  • आंवले का शिवलिंग: रुद्राभिषेक से मुक्ति मिलती है।
  • कपूर का शिवलिंग: आध्यात्मिक उन्नति होती है।
  • दुर्वा का शिवलिंग: अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
  • पीपल की लकड़ी से बना शिवलिंग: दरिद्रता से मुक्ति।

नागकेसर से महादेव को करें प्रसन्न: भाईजी

धार्मिक संस्था हरि शरमण जन के प्रमुख स्वामी रामगोविंद दास भाईजी ने बताया कि घर पर उपलब्ध संसाधनों से आसानी से शिवलिंग बनाए जा सकते हैं। अपनी जरूरत और आस्था के अनुरूप शिवलिंग तैयार करें। भगवान शिव को नागकेसर अति पसंद है। पूजा में इसका उपयोग करें। भगवान शिव रोग, कष्ट आदि के निवारण की कामना करें।

मंगलकारी हैं भगवान शिव: सत्यबोधानंद

मानव उत्थान सेवा समिति के कुमाऊं प्रभारी महात्मा सत्यबोधानंद ने बताया कि चंद्र मास सावन की शुरुआत सोमवार को हो रही है, जो सोमवार तीन अगस्त तक रहेगा। सौर मास सावन 16 जुलाई से शुरू होगा। भगवान शिव मंगलकारी हैं। सावन में हमें आस्था पूर्वक शिव का पूजन करते हुए मानव जाति को कोरोना से मुक्ति देने की कामना करनी चाहिए।


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