panchayat election सिर पर मतपेटी रख नदी पार कर मतदान केंद्र तक पहुंचीं पोलिंग पार्टियां
लोकतंत्र की रक्षा के लिए जान की बाजी लगानी पड़ती है। यह कथन रामनगर में उस समय चरितार्थ हुआ जब पोलिंग पार्टियां जान हथेली पर रख मतपेटी लेकर कोसी को पारकर मतदान केंद्र तक पहुंची।
रामनगर, जेएनएन : सिर पर मतपेटी और हाथ और सिर पर किसी तरह संभालकर रखी चुनाव सामग्री। सामने कोसी नदी का रौद्र रूप। ऐसे में नदी पार जाने की सोचने भर से भला कौन सिहर न उठे। शुक्रवार को चुकुम गांव के लिए निकली पोलिंग पार्टियां भी नदी को देखकर ठिठक गई। ग्रामीणों ने हौसला बढ़ाया। कोई विकल्प न देख आखिरकार जान जोखिम में डाल कर्मचारी तेज बहाव को चीरते हुए किसी तरह नदी पार कर ही गए। इस दौरान सभी की सांसें अटकी रहीं। कुछ ने तो नदी पार करने के दौरान कपड़े तक उतार लिए थे।
शुक्रवार को चुकुम गांव में पोलिंग पार्टियों को जाने के लिए सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। रामनगर से 20 किलोमीटर दूर चुकुम के लोगों के लिए कोसी नदी बारिश के दौरान दुश्वारियां खड़ी कर देती हैं। गांव जंगल व कोसी के बीच में है। कोसी नदी पार करके गांव में आवाजाही ग्रामीणों की नियति बन चुकी है। सरकार आई गई लेकिन एक पुल तक गांव के लिए नहीं बन पाया। इन दिनों पहाड़ों में कुछ जगह हो रही बारिश के चलते कोसी नदी में काफी बहाव है।
राजस्व निरीक्षक तारा चंद्र घिल्डियाल के साथ जब पोलिंग पार्टियां गांव पहुंचीं तो नदी का बहाव देख पार करने से इन्कार कर दिया। ऐसे में राजस्व निरीक्षक घिल्डियाल व ग्रामीणों ने उनका हौसला बढ़ाया। कोई और विकल्प न होन पर हिम्मत कर ही डाली। सिर पर मतपेटी व चुनाव सामग्री को रखकर बहाव के बीच से गिरते-संभलते किसी तरह नदी पार पहुंचे। कुछ कर्मियों ने भीगने के डर से कपड़े तक उतार लिए। इस गांव में पंचायत चुनाव के लिए मतदान केंद्र संख्या 13 हंै। गांव में 652 मतदाता हैं। इनमें 316 पुरुष व 336 महिलाएं मतदाता है।
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