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अल्मोड़ा कोर्ट में पेशी के दौरान भागे अभियुक्त को पुलिस ने चंडीगढ़ से दबोचा, 11 दिनों बाद आया गिरफ्त में

Almora news 15 सितंबर को आरोपित कोर्ट पेशी के दौरान पुलिस को धक्का देकर फरार हो गया था। 16 की रात वह अल्मोड़ा आया। 17 को साइबर कैफे से धनराशि निकाल वह हल्द्वानी के लिए निकला। हल्द्वानी से वह चंडीगढ़ गया।

By JagranEdited By: Rajesh VermaPublished: Mon, 26 Sep 2022 04:17 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 04:17 PM (IST)
अल्मोड़ा कोर्ट में पेशी के दौरान भागे अभियुक्त को पुलिस ने चंडीगढ़ से दबोचा, 11 दिनों बाद आया गिरफ्त में
Almora news : एसएसपी ने फरार कैदी की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए सघन कांबिंग अभियान चलाया।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : Almora news : न्यायालय में पेशी के दौरान भागे आरोपित को आखिरकार 11 दिनों बाद पुलिस ने चंडीगढ़ में दबोच लिया। उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों की पुलिस को छकाने वाले आरोपित को पुलिस गिरफ्तार कर ले गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय ने गिरफ्तारी टीम को पांच हजार रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

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15 सितंबर को हुआ था फरार

एसएसपी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि बीते 15 सितंबर को दन्यां थाने के अंतर्गत ग्राम पदमपुरी पल्ली, पोखरी निवासी कमल सिंह बिष्ट की अल्मोड़ा न्यायालय में पेशी थी। आरोपित के दन्यां में एक दुकान में रंजिशन आग लगाई और एक बाइक चोरी के संबंध में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की गई थी। पेशी के दौरान पुलिस जवानों को धक्का देकर फरार हो गया था, जिसके विरुद्ध कोतवाली में आरोपित के विरुद्ध अभिरक्षा में भागने के संबंध में भी मुकदमा दर्ज कर लिया था।

अभियुक्त को तलाश रही थीं कई टीमें

एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने फरार कैदी की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए सघन कांबिंग अभियान चलाया। सीओ विमल प्रसाद और कोतवाल राजेश कुमार यादव को टीमें गठित करने के निर्देश दिए। पुलिस ने विभिन्न क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाए। आसपास के क्षेत्रों व जंगलों में ड्रोन कैमरे की मदद से भी तलाश की गई। एसओजी प्रभारी सुनील धानिक के नेतृत्व में एएनटीएफ प्रभारी सौरभ भारती और एसओजी की टीमों ने फरार कैदी की गिरफ्तारी के प्रयास किए। विभिन्न टीमों को छकाने वाला शातिर चंडीगढ़ में छिपा था। रविवार को दबिश देकर फरार भगोड़े को खुडडावाला, अलीशेर चंडीगढ़ के पास से गिरफ्तार किया। पुलिस टीम में एसआई भगवान सिंह महर, कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, कुंदन लाल, भूपेंद्र सिंह टीम में मौजूद रहे।

लंगरों में सेवक बनी पुलिस, खाना भी बांटा

15 सितंबर को आरोपित कोर्ट पेशी के दौरान पुलिस को धक्का देकर फरार हो गया था। 16 की रात वह अल्मोड़ा बाजार आया। यहां सब्जी मंडी में मजदूरों के साथ रहा। 17 सितंबर को बाजार में साइबर कैफे से धनराशि निकाली। यहां बाजार में खाना खाने के बाद वह हल्द्वानी के लिए निकला। हल्द्वानी से वह चंडीगढ़ गया, यहां उसकी प्रेमिका और कुछ संबंधी रहते थे। चंडीगढ़ में उसके पुराने कनेक्शन की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम भेजी गई। प्रेमिका और रिश्तेदारों से वार्ता की गई। जानकारी मिली की वह वहां लंगर में खाना खा रहा था। घरेलू कपड़ों में पुलिस ने निरीक्षण किया। सेवक बनकर पुलिस भी खाना बांटने में जुटी रही। ट्रेस कर उसे पकड़ लिया गया।

इन टीमों ने चलाया अभियान

पुलिस ने फरार आरोपित को 11 दिनों में खोज निकाला। आरोपित की खोज में 350 सीसीटीवी कैमरों का गहनता से अवलोकन किया। सर्विलांस सैल की मदद ली गई। गिरफ्तारी के लिए छह टीमें कांबिंग एवं आठ टीमों ने नाकाबंदी कर क्षेत्र में अभियान चलाया। पुलिस टीम ने दबिश देकर पंजाब के कांछल, चंडीगढ़ के सेक्टर 11, सेटर 12 के रोज गार्डन, सेक्टर 22 और पीजीआई के लंगरों में तलाश किया गया।


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