Uttarakhand Chunav 2022 : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपा गए पीएम मोदी
Uttarakhand Chunav 2022 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई। साथ ही उन्होंने सभी अन्य नेताओं का मंच से नाम भी लिया और हालचाल जाना। पीएम जब भी उत्तराखंड दौरे पर रहते हैं। सीएम धामी के कार्यों की सराहना करते रहे हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Uttarakhand Chunav 2022 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई। साथ ही उन्होंने सभी अन्य नेताओं का मंच से नाम भी लिया और हालचाल जाना। पीएम जब भी उत्तराखंड दौरे पर रहते हैं। सीएम धामी के कार्यों की सराहना करते रहे हैं। उनके कुशल नेतृत्व की भी प्रशंसा की गई है। जब सीएम धामी उन्हें विदा करने आर्मी हेलीपैड पर पहुंचे तो पीएम ने उनके हाथ में लगी चोट के बारे में पूछा। एक अभिभावक की तरह उचित देखभाल की सलाह दी। साथ ही पीठ भी थपथपाई। इस पर सीएम ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से मिले स्नेह से अभिभूत हैं। साथ ही उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि केंद्र सरकार से राज्य के विकास कार्यों के लिए सहयोग मिला है। इसके लिए वह वह प्रदेशवासियों की तरफ से आभार प्रकट करते हैं। वहीं पीएम ने सभा के अंत में मंच पर सभी प्रमुख नेताओं से अलग-अलग मिले। हालचाल जाना।
शायराना अंदाज में रहा बंशीधर भगत का भाषण
संसदीय व शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत का भाषण शायराना अंदाज में रहा। उन्होंने शुरुआत से लेकर अंत भी शायरी से ही की। उन्होंने कहा, 'नजर नजर में ठहरना कमाल होता है, नजर नजर में उतरना कमाल होता है। बुलंदियों को छूना कोई कमाल नहीं होता, बुलंदियों पर पहुंचकर ठहर जाना कमाल होता हैÓ, उनके इस शेर से जमकर तालियां बजीं। एमबी इंटर कालेज मैदान से उन्होंने लोगों को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाएं गिनाईं। पीएम नरेन्द्र मोदी व सीएम पुष्कर धामी के कार्यों की बखान किया और फिर शेर के जरिये अपनी बात रखी। कहा, 'जीत के खातिर एक जुनून चाहिए। जिसमें हो कमाल ऐसा खून चाहिए। ये आसमां भी आएगा जमीं पर, बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए।'
ये रहे मौजूद
जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, मेयर जोगेंद्र रौतेला, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हेमंत द्विवेदी, प्रकाश हर्बोला, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, भाजपा नेता शंकर कोरंगा, विधायक राजेश शुक्ला, चंद्रा पंत, महेश नेगी, महामंत्री कुलदीप आदि शामिल रहे। संचालन डा. कंचन नेगी ने किया।