केदारनाथ में आपदा की जगह कोरोना से डरे तीर्थयात्री, कोविड महामारी के बाद आई भारी कमी
Uttarakhand News आंकड़ों पर नजर डालें तो 2019-20 में रिकार्ड 996385 तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे। पर कोविड के चलते अगले ही वर्ष यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई। अब यह आंकड़ा महज 134861 रह गया। इसका सर्वाधिक प्रभाव पर्यटन कारोबारियों व राज्य के राजस्व पर पड़ा।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : केदारनाथ पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों व पर्यटकों में आपदा के बाद उतनी कमी नहीं देखी गई जितनी कोरोना महामारी के बाद आई। आरटीआइ में यह तथ्य सामने आया है।
जून 2013 में बादल फटने और उसकी वजह से आई विनाशकारी बाढ़ ने केदारनाथ में भारी तबाही मचा दी थी। जिस वजह से यहां पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में अगले वर्ष करीब आठ गुना कमी आ गई। जिसके बाद हालात सामन्य हो गए, लेकिन वर्ष 2021 में कोरोना महामारी की दस्तक के बाद यात्रियों की संख्या में 10 गुना कमी आ गई।
हल्द्वानी निवासी समाजसेवी हेमंत सिंह गोनिया की ओर से मांगी गई सूचना के अधिकार के मुताबिक केदारनाथ धाम में आपदा से अधिक यात्री कोरोना महामारी से घटे हैं। वर्ष 2013 के जून महीने में बादल फटने के कारण केदारनाथ में तबाही मच गई थी।
आकंड़ों के अनुसार इस वर्ष 312201 यात्री केदार धाम पहुंचे थे। परंतु अगले ही वर्ष यह आंकड़ा सिमट कर 40832 रह गया। जिसके बाद हालात समान्य होने से यात्रियों की संख्या बढऩे लग गई। वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा रिकार्ड 996385 पहुंच गया। परंतु अगले ही वर्ष कोरोना महामारी की दस्तक से यात्रियों की संख्या में फिर से कमी आ गई।
यह आंकड़ा महज 134861 रह गया। जिसका सबसे अधिक नुकसान पर्यटन कारोबारियों को उठाना पड़ा। अब केदारनाथ त्रासदी को नौ साल पूरे हो गए हैं, इस कालखंड में केदारपुरी पूरी तरह से बदल चुकी है। इसे आपदा की दृष्टि से काफी सुरक्षित बना दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत तीसरे चरण में काम चल रहा है। जिससे आने वाले समय केदारपुरी और अधिक भव्य हो जाएगी।
केदारनाथ धाम पहुंचे यात्रियों का आंकड़ा
वर्ष यात्रियों की संख्या
2007-08 557423
2008-09 470048
2009-10 403636
2010-11 400248
2011-12 571583
2012-13 583176
2013-14 312201
2014-15 40832
2015-16 154430
2016-17 309533
2017-18 471235
2018-19 732241
2019-20 996385
2020-21 134861
2021-22 242712