रामनगर में बंदर घर के अंदर से उठा ले जा रहे सामान
कार्बेट से सटे मोहल्लों के लोग इन दिनों लंगूरों से परेशान हैं। बाघ व गुलदार की आवाजाही के बाद अब बंदरों का झुंड लोगों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। बंदर न केवल सामान उठाकर ले जा रहे हैं बल्कि उन्हें भगाने पर वह हमला तक कर रहे हैं।
रामनगर, जागरण संवाददाता : कार्बेट से सटे मोहल्लों के लोग इन दिनों बंदर व लंगूरों से परेशान हैं। बाघ व गुलदार की आवाजाही के बाद अब बंदरों का झुंड लोगों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। बंदर न केवल सामान उठाकर ले जा रहे हैं, बल्कि उन्हें भगाने पर वह हमला तक कर रहे हैं।
कार्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी जोन से विपिन विहार मोहल्ला सटा हुआ है। पिछले एक माह से अब जंगल से बंदर धनी आबादी का रुख करने लगे हैं। बंदर व लंगूरों के झुंड आबादी में आकर लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। दरवाजा खुला होने पर बंदर भीतर आकर खाने पीने तक सामान तक उठाकर भाग जा रहे हैं। कई बार अचानक आमना सामना होने के दौरान वह झपट पड़ रहे हैं। इतना ही नहीं बिजली, टेलीफोन व इंटरनेट के तारों को भी वह खींच रहे हैं। छतों में सुखाए गए अनाज को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। पानी की टंकियों को भी गंदा कर रहे हैं।
बंदरों के झुंड आने पर लोगों को उन्हें भगाने के लिए छतों में लाठी-डंडे लेकर खड़े होना पड़ रहा है। वन्य जीव विशेषज्ञ संजय छिम्वाल ने बताया कि जंगल में आहार की कमी होने की वजह से बंदर भूख मिटाने के लिए आबादी में आ रहे हैं। जंगल में बंदरों के आहर वाली प्रजातियां लगाने की जरूरत हैं। कार्बेट पार्क के रेंजर राजकुमार ने बताया कि क्षेत्र खुला होने की वजह से बंदर व लंगूर आबादी में आ जाते हैं। इस समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।