बिंदुखत्ता को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाले लिंक मार्ग की दुर्दशा को लेकर किया प्रदर्शन nainital news
हिरन बाबा मंदिर के पास बिंदुखत्ता को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाले लिंक मार्ग की दुर्दशा को लेकर मंगलवार को हल्दूचौड़ क्षेत्र के बच्चीधर्मा तथा आसपास के लोगों ने जाम लगा दिया।
लालकुआं, जेएनएन : नैनीताल जिले के हिरन बाबा मंदिर के पास बिंदुखत्ता को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाले लिंक मार्ग की दुर्दशा को लेकर मंगलवार को हल्दूचौड़ क्षेत्र के बच्चीधर्मा तथा आसपास के लोगों ने जाम लगा दिया। शासन-प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए कहा कि बार-बार की गुहार के बावजूद डामरीकरण नहीं होने से मार्ग पर बड़े-बड़े गढ्डे हो गए हैं। ऐसे में पैदल चल पाना तक मुश्किल हो गया है। आएदिन हादसे होते रहते हैं। करीब दो घंटे के प्रदर्शन के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। एक सप्ताह में मार्ग की दर्शा न सुधरने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, कांग्रेसी नेता हरेंद्र बोरा, जिला पंचायत सदस्य डॉ. मोहन बिष्ट ने भी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की माग को न्यायोचित करार देते हुए समर्थन व्यक्त किया। ग्रामीण मौके पर किसी जिम्मेदार अधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। पूर्व कैबिनेट मंत्री दुर्गापाल ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में पांच सौ मीटर मार्ग स्वीकृत कराया था लेकिन उनके चुनाव हारने के बाद ही क्षेत्र का विकास पूरी तरह रुक गया है। उन्होंने दूरभाष पर वन विभाग के गौला रेंज के एसडीओ डीएस मर्तोलिया से वार्ता की। एसडीओ ने मार्ग में भरान करने की बात कही लेकिन ग्रामीण पक्की सड़क बनवाने की मांग पर अड़े रहे।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार महेंद्र प्रताप सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री समेत तमाम अधिकारियों को ज्ञापन भेजा। इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य सरस्वती जोशी, सुभाष पाडे, भुवन पाडे, जगदीश भट्ट, जगदीश शर्मा, प्रकाश पाडे, महेश जोशी, भुवन जोशी, रमेश भट्ट, दिनेश शर्मा, नवीन पाडे, कमल भट्ट, चिंतामणि पाडे, देवी दत्त, लीलाधर जोशी, तारा दत्त जोशी, लीलाधर भट्ट, आशा जोशी, जानकी देवी, कमला जोशी, रेनू भट्ट, विद्या पाडे, खीमानंद पाडे समेत तमाम लोग मौजूद थे। नवीन दुम्का, विधायक लालकुआं विधानसभा क्षेत्र ने बताया कि मार्ग निर्माण में वन विभाग की स्वीकृति समेत अन्य अड़चनों को दूर कर लिया गया है, अब कुछ औपचारिकताएं बची हैं। ग्रामीण संयम बनाए रखें। जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।