संपत्ति नहीं सौंपी तो लगेगी पेनाल्टी
रामनगर में सरकार ने संयुक्त चिकित्सालय को जून से निजी हाथों में देने की कवायद शुरू कर दी है।
संस, रामनगर : सरकार ने संयुक्त चिकित्सालय को जून से निजी हाथों में देने की कवायद शुरू कर दी है। चिकित्सालय की सारी संपत्ति निजी अस्पताल के सुपुर्द करने के निर्देश जारी हो गए हैं। 25 फरवरी तक संपत्ति न सौंपने पर चिकित्सालय प्रशासन को रोजाना 10 हजार रुपये पेनाल्टी लगेगी। दूसरी ओर, संयुक्त चिकित्सालय ने संपत्तियों का ब्योरा तैयार करना शुरू कर दिया है। बिल्डिंग, फर्नीचर, उपकरण समेत का हिसाब तैयार किया जा रहा है। तय समय तक निजी अस्पताल को सौंपा जाना है।
विश्व बैंक परियोजना के तहत राज्य सरकार ने संयुक्त चिकित्सालय को ठेके पर देने के लिए टेडर कराया था। मुरादाबाद के कॉसमॉस हॉस्पिटल ने चिकित्सालय चलाने के लिए ठेके पर लिया है। इसके एवज में सरकार दो करोड़ रुपये महीना कॉसमॉस को अदा करेगी। जून से चिकित्सालय को ठेके पर चलाया जाना है। ऐसे में अब उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट परियोजना के निदेशक युगल किशोर पंत ने पत्र भेजकर चिकित्सालय की सारी संपत्ति 25 फरवरी तक निजी अस्पताल के सुपुर्द करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में चिकित्सालय प्रशासन ओपीडी कक्ष, संसाधन, सामान, उपकरण, फर्नीचर की लिस्ट तैयार करने में जुटा है। संपत्ति किसे सौंपे, स्पष्ट नहीं
रामनगर : संपत्ति किसे सुपुर्द करनी है, निजी अस्पताल का प्रतिनिधि कौन होगा, यह स्पष्ट नहीं होने से चिकित्सालय प्रशासन असमंजस में है। संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस बीडी जोशी ने बताया कि इस मामले में जानकारी ली जा रही है। आवास भी करने होंगे खाली
रामनगर: चिकित्सालय के सरकारी आवास भी चिकित्सक व कर्मचारियों को खाली करने होंगे। पानी व बिजली का बकाया अदा करने के बाद ही आवास सौंपे जाएंगे।