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देश के लिए शहादत देने वाले राहुल व उनके परिवार की कुर्बानियों का बयान पवनदीप के गीत में वायरल

पहाड़ के लाल राहुल रंसवाल ने इस साल 21 जनवरी में देश के लिए अपनों प्राणों का बलिदान दे दिया। दुश्मनों की गोली से शहीद हुए जवान पर अब गायक पवनदीप राजन ने एक गीत बनाया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 04:36 PM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 04:36 PM (IST)
देश के लिए शहादत देने वाले राहुल व उनके परिवार की कुर्बानियों का बयान पवनदीप के गीत में वायरल
देश के लिए शहादत देने वाले राहुल व उनके परिवार की कुर्बानियों का बयान पवनदीप के गीत में वायरल

हल्द्वानी, गोविंद बिष्ट : पहाड़ के लाल राहुल रंसवाल ने इस साल 21 जनवरी में देश के लिए अपनों प्राणों का बलिदान दे दिया। दुश्मनों की गोली से शहीद हुए जवान पर अब गायक पवनदीप राजन ने एक गीत बनाया है। गाना सुनने पर ऐसे लगता है कि मानों राहुल अपने परिवार के हर सदस्य से कुछ न कुछ कह रहे हों। पिता लड़ा, मेरा भाई लड़ा और जंगे लड़े दादा मेरा। मातृभूमि ने मुझे चुना-भाग्य बड़े थे ज्यादा मेरे। मरने से पहले चूमी धरा, छाती पर मां गोली खाई न हट जाना स्वीकार किया।... पवदीप की बेहतरीन आवाज में गीत के ये बोल सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं।

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चंपावत जिले के कनलगांव निवासी राहुल रंसवाल इस साल जनवरी में दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। अब 'द वाइस इंडिया' के विजेता गायक पवनदीप राजन ने शहीद राहुल रंसवाल की वीरगाथा और परिवार पर एक गाना बनाया है। यू-ट्यूब पर लांच हुए इस गाने को सुन लोग शहीद को याद कर भावुक हो रहे हैं। पवनदीप के शब्द व सुर राहुल के पिता, मां, पत्नी, बेटी और भाई को उसकी वीरगाथा का हिस्सा बनाते हैं। धन्य भूमि चंपावत, धन्य है वंश शिवराज तेरा, जहां वीर जमना आदत है। शहीद राहुल के दादा शिवराज सिंह भी देश की सेवा कर चुके हैं।

सरहद की सुरक्षा में परिवार की तीन पीढ़ी

शहीद राहुल रंसवाल के पिता वीरेंद्र रंसवाल असम राइफल्स में रहकर देश सेवा कर चुके हैं। दादा स्व. शिवराज सिंह कुमाऊं रेंजीमेंट का हिस्सा रहे। राहुल 2012 में 50वीं राष्ट्रीय राइफल्स में भर्ती हुए थे। राहुल की शादी साल 26 अप्रैल 2018 में मेरठ निवासी पिंकी से हुई थी। पिंकी का परिवार मूल रूप से चंपावत के जैनल दूबड़ गांव का रहने वाला है। शहादत के दौरान राहुल की बेटी सान्वी महज आठ साल की थी। इस साल सात फरवरी को राहुल के जेठू की शादी थी। वापसी के लिए उसने फ्लाइट टिकट तक बुक करा ली थी। मगर नियति को कुछ और मंजूर था। घर लौटने से पहले वह शहीद हो गया।

गाने के बोल कुछ इस तरह

कह देना मां मेरी पिंकी से तूने निभा दी हिस्सेदारी, मेरी बेटी भी सैनिक हो, अब उसकी जिम्मेदारी है। ओ दाज्यू मैंने कहा था न तेरा छोटा नाम कमाएगा। सीना कर ले चौड़ा अपना तेरा भाई शहीद कहलाएगा। कहना प्रिया और प्रीति से मैंने अपना फर्ज निभाया है। देकर अपने प्राणों को राखी का कर्ज चुकाया है। ओ देख जरा बापू मेरे आंखों की हुई अांखें नम हैं। जुटे लाखों लोग जनाजे में सड़के तक पड़ गई है नम। मैं जानता हूं बापू तुझको, तेरा सीना भर भर आएगा। तू तो सच्चा सैनिक है, जय हिंद जय हिंद तू गाएगा।


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