आलू बीज किसानों तक पहुंचाने को जवाबदेह होंगे उद्यान अधिकारी
कृषि एवं उद्यान सचिव ने आलू बीज को लेकर उद्यान विभाग के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है। सचिव ने विभागीय अधिकारियों को किसानों तक आलू बीज पहुंचाने का जवाबदेह बना दिया है।
नैनीताल, जेएनएन : कृषि एवं उद्यान सचिव ने आलू बीज को लेकर उद्यान विभाग के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है। सचिव सैंथिल पांडियन ने विभागीय अधिकारियों को किसानों तक आलू बीज पहुंचाने का जवाबदेह बना दिया है। उन्होंने इस संबंध में दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
सचिव पांडियन ने दैनिक जागरण की ओर से आलू किसानों के समक्ष बीज संकट को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। सचिव ने इस खबर का संज्ञान लेते हुए कहा कि उन्होंने अधिकारियों की बैठक बुलाकर मामले को गंभीरता से लेने को कहा है। साथ ही कहा है कि किसानों को कुफरी ज्योति आलू बीज का वितरण किया जाएगा। आलू फेडरेशन मदकोट मुनस्यारी से आलू का आवंटन किया जाने लगा है। सचिव ने माना कि विभाग की नर्सरियों में से अधिकांश में बीज उत्पादन नहीं अथवा बेहद कम हो रहा है। नई उद्यानिकी नीति बनाई जा रही है, जिसमें विभागीय नर्सरी में कार्मिकों की जवाबदेही तय होगी। बंजर पड़ीं नर्सरियों की उपजाऊ भूमि प्रदेश में उद्यान विभाग की 93 नर्सरियां हैं, जबकि कुमाऊं में इनकी संख्या 49 हैं।
कुमाऊं में करीब 30 नर्सरियों में ही उत्पादन हो रहा है, वह भी बेहद कम। अन्य नर्सरियां बंजर पड़ी हैं। इन नर्सरियों की हजारों एकड़ उपजाऊ भूमि की सुध लेने वाला कोई नहीं है। निदेशक उद्यान आरसी श्रीवास्तव ने माना कि मैन पावर व बजट की कमी भी इसकी प्रमुख वजह है। उन्होंने कहा कि जल्द नर्सरियों की दशा सुधारी जाएगी। 275 क्विंटल आलू बीज का आवंटन जिला उद्यान अधिकारी भावना जोशी के अनुसार, मदकोट से 275 क्विंटल आलू बीज की खेप पहुंच चुकी है। जिले में 30 उद्यान सचल दलों के माध्यम से आलू बीज वितरण 32 रुपये प्रतिकिलो की दर से उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे काश्तकारों की डिमांड बढ़ेगी और बीज मंगाए जाएंगे।
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