Uttarakhand Election 2022 : उत्तराखंड में नामांकन रुका, नेता अब जोरशोर से प्रचार के लिए जुटे
भाजपा कांग्रेस सपा बसपा और निर्दल नामांकन करने के बाद अब चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। 14 फरवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को मतगणना के बाद ही जनता जनार्दन की पसंद कौन प्रत्याशी रहा यह स्पष्ट हो सकेगा। ।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नामांकन के बाद अब भाजपा, कांग्रेस आदि दलों के प्रत्याशियों ने प्रचार तेज कर दिया है। आप और निर्दलीय उम्मीदवार भी लगातार लोगों के संपर्क में हैं। विधानसभा में उत्तर प्रदेश से पृथक उत्तराखंड राज्य बनने तक कांग्रेस के विधायक बने। उत्तरप्रदेश में ही भारतीय जनता दल के विधायक दो बार चुने गए। राज्य बनने के बाद पहली बार कांग्रेस के ही विधायक निर्वाचित हुए। जबकि उसके बाद भाजपा ने कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाई और तीन बार भाजपा के विधायक बने। इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में है।
47 बागेश्वर विधानसभा में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। विधानसभा में बागेश्वर और गरुड़ विकास खंड आते हैं। कौसानी से लेकर खरेही पट्टी तक यह विधानसभा फैली हुई है। गरुड़ क्षेत्र समीकरण बनाने और बिगाडऩे में अहम भूमिका निभाते आया है। भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा और निर्दल नामांकन करने के बाद अब चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। 14 फरवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को मतगणना के बाद ही जनता जनार्दन की पसंद कौन प्रत्याशी रहा यह स्पष्ट हो सकेगा।
कब कौन बने विधायक
1967 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जीआर दास।
1969 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सरस्वती देवी।
1974 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सरस्वती टम्टा।
1977 जनता पार्टी पूरण चंद्र।
1980 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस गोपाल राम दास।
1985 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस गोपाल राम दास।
1989 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस गोपाल राम दास।
1991 भारतीय जनता पार्टी पूरण चंद्र।
1993 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राम प्रसाद टम्टा।
1996 भारतीय जनता पार्टी नारायण राम दास।
उत्तराखंड विधानसभा में यह बने
2002 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राम प्रसाद टम्टा।
2007 भारतीय जनता पार्टी चंदन राम दास।
2012 भारतीय जनता पार्टी चंदन राम दास।
2017 भारतीय जनता पार्टी चंदन राम दास।
वोटरों की स्थिति
कुल वोटर 1,17698
पुरुष 59713
महिला 57998
नए वोटर 3038
पुरुष 1347
महिला 1691