Uttarakhand News: बारिश व धूप में बच्चों को आंदोलन में बैठाने पर चार पर नामजद मुकदमा
अक्सर देखा गया है कि मांग मनवाने व विरोध प्रदर्शन में बच्चों को शामिल कर लिया जाता है। इसमें आंदोलनकारी नेतृत्व का दोहरा लाभ होता है। मासूम बच्चों के सहारे मार्मिक अपील का एंगल देते हैं। दूसरी तरफ पुलिस के बल प्रयोग पर इन्हीं को ढाल बनाया जाता है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर: तेज धूप और बारिश में मासूम बच्चों का इस्तेमाल कर अपनी मांग मनवाने के लिए कलक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कराना इंट्रार्क संगठन को महंगा पड़ गया। सहायक श्रम आयुक्त की तहरीर पर पुलिस ने संगठन से जुड़े चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही मामले की सूचना बाल संरक्षण समिति को भी दे दी गई है।
सहायक श्रम आयुक्त यूएस नगर अरविंद सैनी ने सौंपी तहरीर में कहा है कि 29 जून को अपनी मांगों के लिए उप श्रम आयुक्त कार्यालय और कलक्ट्रेट में काफी संख्या में लोगों ने धरना दिया था। जिसमें इंट्रार्क मजूदर संगठन के दलजीत सिंह, पान मोहम्मद, कैलाश भट्ट और बंगाल एकता मंच के सुबत कुमार विश्वास ने बच्चों को सामने रखकर बाल पंचायत व बाल सत्याग्रह कर बच्चों से लम्बे समय तक नारे लगाए।
दिन भर तेज धूप और तेज बारिश में नारे लिखे तख्तियों को देकर उन्हें खड़ा रखा। जिससे बच्चों के मानसिक शारीरिक कष्ट होने से उनके अधिकारों के हनन हुआ है। परिसर में बाल पंचायत, बाल सत्याग्रह से कार्यालय के समस्त कार्य भी प्रभावित हुए थे।
आरोप था कि इंट्रार्क यूनियन के अपनी मांगो को मनवाने के लिए बच्चों को विशेष इस्तेमाल कर धरना प्रदर्शन करना उचित नहीं है। इस संबंध में बाल संरक्षण समिति को भी जानकारी दी गई है। एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि सहायक श्रम आयुक्त की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है, इसके बाद आरोपितों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।