Nainital News: आपदा में नहीं होगी परेशानी, ड्रोन से रखी जाएगी नजर, मोटरबोट से पहुंचाया जाएगा सुरक्षित जगह
चिन्हित क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए मोटरबोट बूड कटर सेटेलाइट फोन प्लेगन लाइट व ड्रोन का प्रयोग किया जाएगा। सभी थानों में एक-एक मोटरबोट होगी। ताकि बाढ़ पीडि़तों को फंसते ही सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा सके।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: कुमाऊं में भारी बारिश की संभावना के बीच पुलिस ने तैयारियां शुरू कर ली हैं। नैनीताल व ऊधमसिंह में जलभराव हुआ तो पुलिस मोटरबोट से लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाएगी। इसके अलावा ड्रोन से आपदाग्रस्त क्षेत्रों की लगातार निगरानी होगी।
डीआइजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि आपदा के लिहाज से नैनीताल व ऊधमसिंह नगर जिला संवेदनशील है। बारिश से कुछ समय पहले नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर, रामगढ़ व बेतालघाट और ऊधमसिंह नगर का रंपुरा, खटीमा, झनकइया, सितारगंज व ट्रांजिट कैंप में भारी तबाही हुई थी। तब पुलिस का प्रयास सराहनीय था।
बताया कि बाढ़ व आपदा कभी भी आ सकती है। दोनों जिलों के चिन्हित क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए मोटरबोट, बूड कटर, सेटेलाइट फोन, प्लेगन लाइट व ड्रोन का प्रयोग किया जाएगा। सभी थानों में एक-एक मोटरबोट होगी। ताकि बाढ़ पीडि़तों को फंसते ही सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा सके।
डीआइजी ने बताया कि नैनीताल पुलिस को जिला प्रशासन से 28 लाख रुपये बाढ़ से बचाव कार्य के लिए मिल चुके हैं। ऊधमसिंह नगर पुलिस ने भी डिमांड की है। इसके अलावा मोटरबोट व अन्य उपकरण खरीदने में जो खर्च आएगा उसका इस्टीमेट बनाकर एसडीआरएफ को भेजा जा रहा है। बताया कि कंट्रोल रूम में जेसीबी चालकों का मोबाइल नंबर भी रखा जाएगा। बाढ़ व रास्ते बंद होने पर उन्हें सूचना देकर तत्काल खुलवाया जाएगा।
संपर्क मार्गो से होगा आवागमन
भारी बारिश पर भूस्खलन का खतरा रहता है और मार्ग बंद हो जाते हैं। लोगों को रास्तों में घंटो तक न फंसना पड़े। इसके लिए पुलिस संपर्क मार्गो से आवागमन कराएगी। सभी जिलों में पुलिस संपर्क मार्गों का निरीक्षण कर उन्हें चलने योग्य बना रही है।
आपदा मित्र बन सकते हैं एक्स आर्मी मैन
डीआइजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने चम्पावत में आपदा मित्र बनाकर खूब सुर्खिया बटोरी थी। शासन ने उनके इस प्रयास की प्रशंसा कर आपदा मित्र बनाने के लिए प्रपोजल मांगा है। डीआइजी का कहना है कि प्रपोजन बनाने भेजा जा रहा है।
थाना स्तर पर युवाओं को एक माह ट्रैनिंग दी जाएगी। इन्हें आइकार्ड मुहैया कराया जाएगा। व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर आपदा मित्रों को जोड़ा जाएगा। जहां कहीं भी आपदा आएगी। इन्हें मदद को भेजा जाएगा। एक्स आर्मी मैन भी इससे जुड़ सकते हैं।
अब शनिवार को डीआइजी का जनता दरबार
थाना व चौकी में सुनवाई न हो रही है तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। डीआइजी हर शनिवार को जनता दरबार लगातार आपनी समस्या सुनेंगे। सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक सुनवाई होगी। दूरस्थ क्षेत्र के लोग मोबाइल पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए जल्द नंबर जारी होगा।
शिकायत करते ही आएगा रिसीविंग का मैसेज
डीआइजी कैंप कार्यालय में कम्पलेंट सेल का गठन किया गया है। गुरुवार को डीआइजी ने कम्पलेंट सेल प्रभारी इंस्पेक्टर देवेश पांडे को मोबाइल फोन सौंपकर इसका शुभारंभ किया।
डीआइजी कैंप कार्यालय में अधिकांश लोग शिकायत करते हैं। लेकिन उन्हें पता नहीं चल पाता कि उनकी शिकायत का क्या हो रहा है। फरियादियों की इस दिक्कत को दूर करने के लिए कम्पलेंट सेल बनाया है। यहां पर शिकायत प्राप्त होते ही लोगों के मोबाइल पर रिसीविंग का मैसेज आ जाएगा।
इतना ही नहीं शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई यह मैसेज भी उन्हें मोबाइल पर ही मिल जाएगा। यानी शिकायत के बाद दोबारा डीआइजी कैंप में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।