इंजीनियरों के फोन ऑफ, शटडाउन लेने में दिक्कत
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : ऊर्जा निगम के अभियंता आंदोलन के तहत सायं पांच बजे से सुबह दस बजे
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : ऊर्जा निगम के अभियंता आंदोलन के तहत सायं पांच बजे से सुबह दस बजे तक फोन बंद रख रहे हैं। ऐसी स्थिति में संविदा कर्मचारियों को लाइन में फॉल्ट आने पर उसे दुरुस्त करने या फिर शटडाउन लेने के लिए काफी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। संविदा कर्मियों ने एलान किया है कि अगर किसी सक्षम अधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई तो कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
आइटीआइ चौराहे के पास वन विभाग के कार्यालय में उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन की केंद्रीय कार्यकारिणी और समस्त खंड के अध्यक्षों व पदाधिकारियों की बैठक हुई। मीटिंग में चर्चा हुई कि औद्योगिक न्यायाधिकरण द्वारा पारित किए गए निर्णय को ऊर्जा के तीनों ही निगमों में लागू किया जाना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र विश्राल ने बताया कि इसे लेकर भी दबाव बनाया जाएगा कि सरकार नियमितीकरण नियमावली-2013 के तहत अस्थायी कर्मियों को नियमित करे और चार अगस्त 2014 से विभागीय दैनिक वेतनभोगियों के लिए समान कार्य के लिए समान वेतन का लाभ सुनिश्चित कराए। बैठक में यह भी तय किया गया कि सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों में उत्पन्न हुई विसंगतियों को दूर करने के लिए ऊर्जा के तीनों ही निगम आंदोलनरत हैं। इसी के तहत ऊर्जा निगमों के विभिन्न संगठनों व एसोसिएशन के चार जनवरी को होने वाली रैली को समर्थन दिया जाएगा। प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कवि ने मीटर रीडिंग का कार्य और कुछ मंडल व उप संस्थानों को निजी हाथों में देने का मुद्दा उठाते हुए इसकी निंदा की। इस दौरान मनोज पंत, बलेंद्र बिष्ट, नरेंद्र बुडलाकोटी, देवेंद्र कन्याल, मनोज वर्मा, नईम अहमद, गणेश मेहरा, दीनदयाल भुटोला सहित कई लोग मौजूद रहे।