गर्भवतियों को नववर्ष की सौगात, महिला अस्पताल में जच्चा-बच्चा की होगी मुफ्त में खून जांच
एक जनवरी से जिला महिला चिकित्सालय में गर्भवतियों व नवजात शिशु की निश्शुल्क खून की जांच की जाएगी। इसके लिए एक निजी लैब से अनुबंध किया गया है। जिला महिला चिकित्सालय में खून जांच की कोई सुविधा नहीं है।
पिथौरागढ़, विजय उप्रेती। सीमांत जिले की गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग ने नववर्ष का बड़ा तोहफा दिया है। एक जनवरी से जिला महिला चिकित्सालय में गर्भवतियों व नवजात शिशु की निश्शुल्क खून की जांच की जाएगी। इसके लिए एक निजी लैब से अनुबंध किया गया है। जिला महिला चिकित्सालय में खून जांच की कोई सुविधा नहीं है। महिला चिकित्सालय में सीमांत जिले के दूरदराज के क्षेत्रों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल से भी गर्भवती महिलाएं पहुंचती हैं।
गर्भवती महिलाओं की चिकित्सक की सलाह पर प्रसव से पूर्व थाइराइड, एचआइवी, हिमोग्लोबीन समेत कई तरह की जांच कराई जाती है। इसी तरह से नवजात शिशु की भी पीलिया, निमोनिया सहित विभिन्न जांचें कराई जाती हैं। इसके लिए परिजनों को निजी लैब में दो से ढाई हजार रुपये खर्च कर महंगे दामों में जांच करानी पड़ती है। गरीब परिवारों के लिए इतनी धनराशि खर्च कर पाना बेहद मुश्किल है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग नववर्ष से महिला चिकित्सालय में सभी गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशु के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत निश्शुल्क खून जांच की व्यवस्था शुरू करने जा रहा है। जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे ने महिला चिकित्सालय में निश्शुल्क खून जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को स्वीकृति दे दी है। निश्शुल्क खून की जांच होने से गर्भवती महिलाओं को खासी राहत मिलेगी।
सीएमओ डा. हरीश चंद्र पंत ने बताया कि एनएचएम में गर्भवती महिलाओं का निश्शुल्क खून जांच करने का प्रावधान है। एक जनवरी से महिला चिकित्सालय में गर्भवती महिलाओं व नवाजात शिशु की निश्शुल्क खून की जांच की जाएगी। इसके लिए एक निजी लैब से अनुबंध कर लिया गया है। गर्भवती महिलाओं की जांच महिला अस्पताल में ही होगी और रिपोर्ट भी अस्पताल से ही मिलेगी।