किसानों को मिलेंगे फसल चिकित्सक, पंत विश्वविद्यालय शुरू कर रहा डिप्लोमा कोर्स
पंत विवि में किसानों की समस्याओं को देखते हुए नए कोर्स का शुभारंभ किया गया है। इस डिप्लोमा कोर्स को विशेषकर कीटनाशक डीलर्स को कराया जा रहा है। यानि किसानों को डीलर्स के रूप में अब फसल चिकित्सक मिलेंगे। ऊधमसिंह नगर में करीब डेढ़ लाख हेक्टेयर भूमि कृषि बाहुल्य है।
रुद्रपुर, जागरण संवाददाता : किसान भाइयों को अब फसल के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। बुआई के पहले और खेती-खलिहानी तक के लिए उन्हें उचित मार्गदर्शन मिलेगा। इसके अलावा कीट एवं बीमारियों से फसल की रक्षा के लिए कौन सी दवा कब और कितनी मात्रा में छिड़काव करनी है, फसल कटने के बाद उसका रखरखाव आदि की संपूर्ण जानकारी मिलेगी।
पंत विवि में किसानों की समस्याओं को देखते हुए नए कोर्स का शुभारंभ किया गया है। इस डिप्लोमा कोर्स को विशेषकर कीटनाशक डीलर्स को कराया जा रहा है। यानि किसानों को डीलर्स के रूप में अब फसल चिकित्सक मिलेंगे। ऊधमसिंह नगर में करीब डेढ़ लाख हेक्टेयर भूमि कृषि बाहुल्य है। इसमें गेहूं, गन्ना, धान, मटर एवं कुछ दलहनी प्रमुख फसलें हैं।
रबी की बुआई हो या खरीफ की, किसानों के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है कि अधिक पैदावार कैसे हो अौर फसल को कीट एवं बीमारियों से कैसे छुटकारा मिलें। इसे देखते हुए कृषि विभाग एवं पंत विवि की ओर से एक वर्षीय कृषि सुरक्षा संबंधित डिप्लोमा कोर्स कराया जा रहा है। जिसमें फसल फसल में किन किटनाशकों को किस मात्रा में और कितनी बार, कब-कब छिड़काव करनी है, फसल जब अंकुरित हो रहे हैं, तो उसे समृद्ध बनाने के लिए किन दवाओं का छिड़काव करना है ये सभी जानकारी डिप्लोमा होल्डर किसानों को देंगे।
48 सप्ताह का होगा कोर्स
डिप्लोमा कोर्स के लिए 48 सप्ताह का समय निर्धारित किया गया है। पंत विवि में कोविड को देखते हुए सप्ताह में एक दिन का क्लास संचालन हो रहा है। अब तक दो बैच पूरे भी हो चुके हैं।
ये होगा लाभ
डिप्लोमा होल्डर्स खाद, दवा बेचने के साथ ही किसानों को छिड़काव के बारे में जानकारी देंगे। इससे कई बार किसानों को फसल में घाटा होता है, किसान अपनी फसल का सही ऊपज नहीं प्राप्त कर पाते हैं। कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि दवा के अधिक छिड़काव से फसलें झुलस जाती हैं। इनसे छुटकारा मिलेगा।
15 हजार डीलर्स होंगे डिप्लोमाधारी
ऊधम सिंह नगर में करीब 15 हजार से अधिक डीलर्स हैं। इन कीटनाशक डीलर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी ब्लाॅकों में इनके द्वारा जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। ऊधमसिंह नगर के मुख्य कृषि अधिकारी डा. अभय सक्सेना ने बताया कि कई बार देखा जाता है कि किसान भाई एक दूसरे से ही दवा छिड़काव के बारे मे जानकारी लेकर दवा डाल देते हैं। जिसकी वजह से फसल पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए डीलर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि दवा लेने के लिए कोई भी किसान पहुंचे तो उसे सही मात्र का ज्ञान हो सके। इसका लाभ करीब सवा लाख किसानों को मिलेगा।