National Doctor Day 2022: पर्याप्त उपकरण न होने पर डा. विभोर खुद के संसाधनों से कर रहे इलाज, पहाड़ के साथ ही नेपाल तक के मरीज हो रहे ठीक
National Doctor Day 2022 डा. विभोर ने खुद के संसाधनों से उपकरण जोड़कर जिला चिकित्सालय में नाक मुंह गले के आपरेशन शुरू किए हैं। जिला अस्पताल में ईएनटी से संबंधित आपरेशन होने से सीमांत के मरीजों को खासी राहत मिल रही है।
विजय उप्रेती, पिथौरागढ़: National Doctor Day 2022: जिला अस्पताल में पहली बार नाक, मुंह, गले के भी आपरेशन होने लग गए हैं। यह सब जिला चिकित्सालय में तैनात ईएनटी विशेषज्ञ डा. विभोर कुमार के प्रयासों से ही संभव हो पाया है।
पिथौरागढ़ के सबसे बड़े अस्पताल में अभी तक नाक, कान, गले, मुंह से संबंधित बीमारियों के आपरेशन की कोई सुविधा नहीं है। अस्पताल में केवल ओपीडी में ही मरीज देखे जाते थे। मरीजों को नाक, कान, गले, मुंह से संबंधित बीमारियों के आपरेशन के लिए हल्द्वानी, बरेली जाना पड़ता था।
अब तक नाक, मुंह, गले से संबंधित बीमारी के आपरेशन के लिए सीमांत जनपद के मरीजों को हल्द्वानी, बरेली के अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे। डा. विभोर ने खुद के संसाधनों से उपकरण जोड़कर जिला चिकित्सालय में नाक, मुंह, गले के आपरेशन शुरू किए हैं। जिला अस्पताल में ईएनटी से संबंधित आपरेशन होने से सीमांत के मरीजों को खासी राहत मिल रही है।
विगत वर्ष अप्रैल माह में जिला अस्पताल में जोधपुर, राजस्थान निवासी ईएनटी सर्जन डा. विभोर कुमार की नियुक्ति हुई। शुरूआत में वह भी ओपीडी में ही मरीजों को देखते थे, लेकिन पर्याप्त मशीनें, उपकरण नहीं होने से वह ईएनटी से संबंधित आपरेशन नहीं कर पा रहे थे।
धीरे-धीरे उन्होंने स्वयं के संसाधनों से अस्पताल में नाक, गले, मुंह के आपरेशन से संबंधित उपकरण जोड़े। करीब छह माह बाद विगत नवंबर माह में उन्होंने जिला अस्पताल में पहली बार नाक, गले, मुंह से संबंधित बीमारियों के आपरेशन शुरू कर दिए। अभी तक वह नाक से संबंधित बीमारियों में हड्डी बढ़ने, मवाद भरने, मुंह में गांठ, गले के टांसिल से संबंधित 70 से अधिक मरीजों के सफल आपरेशन कर चुके हैं।
इससे सीमांत जनपद के साथ ही चंपावत, बागेश्वर, पड़ोसी देश नेपाल के मरीजों को भी खासी राहत मिल रही है। इससे पहले तक मरीजों को हल्द्वानी, बरेली के निजी अस्पतालों में आपरेशन कराने में करीब 30 से 40 हजार का खर्चा वहन करना पड़ता था। अब डा. विभोर के सकारात्मक प्रयासों से मरीजों को जिला अस्पताल में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।
माइक्रोस्कोप खराब होने से कान के आपरेशन नहीं
जिला अस्पताल में अभी कान के आपरेशन शुरू नहीं हो सके हैं। अस्पताल में करीब आठ वर्ष पूर्व लगी माइक्रोस्कोप का संचालन नहीं होने से यह मशीन खराब हो चुकी है। इससे कान से संबंधित आपरेशन नहीं हो पा रहे हैं।
डा. विभोर ने बताया कि वह कई बार विभाग के माध्यम से शासन को जिला अस्पताल में माइक्रोस्कोप मशीन के अलावा अन्य आवश्यक मशीनों के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है, लेकिन अभी तक मशीनें उपलब्ध नहीं पाई हैं। इससे कान के आपरेशन रुके हुए हैं।
देश के सबसे पुराने व बड़े अस्पताल में दे चुके सेवाएं
ईएनटी सर्जन डा. विभोर कुमार इससे पूर्व देश के सबसे पुराने व बड़े निजी अस्पताल सेंट स्टीफंस अस्पताल दिल्ली में तैनात थे। वह इस प्रतिष्ठित अस्पताल में करीब साढ़े तीन साल अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अब उनके अनुभव का लाभ सीमांत के मरीजों को मिल रहा है। उनके पास वर्तमान में ओपीडी में करीब 100 से 120 मरीज पहुंच रहे हैं। ओपीडी के साथ ही वह मरीजों के आपरेशन भी कर रहे हैं।
ईएनटी विशेषज्ञ डा. विभोर कुमार का कहना है कि एक जिला अस्पताल के हिसाब से पिथौरागढ़ में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। वर्तमान में नाक, गला, मुंह के रोगियों के आपरेशन किए जा रहे हैं। माइक्रोस्कोप उपलब्ध होने पर जल्द ही इससे संबंधित आपरेशन भी किए जाएंगे। मरीजों से अनुरोध है कि वह टोकन सिस्टम से ही ओपीडी में आएं। जिससे सभी मरीजों को सहुलियत मिल सके।