Nanital : नैनीताल की कर आइए सैर, दूर हो जाएगा सारा तनाव; इस तरह पहुंच सकते हैं खूबसूरत वादियों में

ब्रिटिश अधिकारी पीटर बैरन को नैनीताल की खोज का श्रेय जाता है। 1841 में पीटर बैरन रातीघाट पाडली से पैदल नैनीताल की बिड़ला चुंगी पहुंचे थे। पहाड़ी के ऊपर पहुंचने के बाद तलहटी पर उन्हें सुंदर नैनी झील दिखी जिस रास्ते से बैरन नैनीताल आए उसका अस्तित्व आज भी है।