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World Olympic Day 2021 : फ्लैट्स मैदान में नंगे पांव खेलकर ओलंपिक पहुंचे नैनीताल के दो लाल

World Olympic Day 2021 पूर्व ओलंपियन राजेंद्र सिंह रावत के पिता देव सिंह जय लाल साह बाजार में मिठाई की दुकान चलाते थे। शहर के मल्लीताल निवासी व सीआरएसटी के छात्र सैय्यद अली की सिलाई की दुकान थी।

By Prashant MishraEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 06:11 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 06:11 AM (IST)
World Olympic Day 2021 : फ्लैट्स मैदान में नंगे पांव खेलकर ओलंपिक पहुंचे नैनीताल के दो लाल
फ्लैट्स पर हुई हॉकी प्रतियोगिता को देखकर यहां की दो प्रतिभाओं ने न केवल हॉकी की बारीकियां सीखी

किशोर जोशी, नैनीताल : World Olympic Day 2021 : सरोवर नगरी के इकलौते बालू समान मिट्टी वाले खेल मैदान फ्लैट्स पर हुई हॉकी प्रतियोगिता को देखकर यहां की दो प्रतिभाओं ने न केवल हॉकी की बारीकियां सीखी, बल्कि उन्होंने भारतीय हॉकी टीम में शामिल होकर ओलंपिक में तक देश का झंडा बुलंद किया।

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नैनीताल निवासी पूर्व ओलंपियन राजेंद्र सिंह रावत के पिता देव सिंह जय लाल साह बाजार में मिठाई की दुकान चलाते थे। रावत पहले पढ़ाई के दौरान पहले सीआरएसटी इंटर कॉलेज, फिर जिले की हॉकी टीम के लिए चुने गए। स्पोट्र्स कॉलेज मेरठ व लखनऊ में प्रशिक्षण के बाद ब्रिट्रेन के हॉकी गोलकीपर एलन को गुरु मानकर आगे बढ़े। रावत पहली बार 1981 में जूनियर वल्र्ड कप टूर्नामेंट होंगकोंग, 1982 में मलेशिया के क्वालालांपुर व 1985 में कनाडा के वेंकोवर में जूनियर वल्र्ड कप टीम का हिस्सा रहे। 1985 में ही हांगकांग में आयोजित नेशन हॉकी टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के गोलकीपर थे।

1985 मेें पर्थ आस्ट्रेलिया में हुई चैंपियन ट्रॉफी, 1986 मेें पहले अजलान शाह हाकी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम में शामिल रहे। तब रावत ही जर्मनी के खिलाफ फाइनल में हुई जीत के हीरो रहे। उसी साल 10वें एशियन गेम्स सियोल कोरिया में कांस्य, इंटरनेशनल हॉकी टूर्नामेंट नैरोबी कीनियां में गोल्ड व 1988 में सियोल ओलंपिक में भारतीय टीम का हिस्सा रहे। ओलंपिक में टीम पांचवें स्थान पर रही थी। रावत को 2016 में उपलब्धियों के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से लाइफ टाइम एचीवमेंट उत्तराखंड रत्न सम्मान प्रदान किया गया था। एसबीआइ से उप प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त रावत का आज भी राष्टï्रीय खेल के प्रति जज्बा कम नहीं हुआ है।

महान हॉकी खिलाड़ी केडी ने पहचानी अली की प्रतिभा

शहर के मल्लीताल निवासी व सीआरएसटी के छात्र सैय्यद अली की सिलाई की दुकान थी। नैनीताल के डीएसए मैदान में होने वाली स्थानीय हॉकी प्रतियोगिता में खेलने के लिए महान हॉकी खिलाड़ी केडी सिंह बाबू ने उन्हें खेलते देखा तो उनकी प्रतिभा देख अपने साथ लखनऊ ले गए। 1976 में मोंटेरियल कनाडा ओलंपिक में खेले सैय्यद अली को 2013 में मेजर ध्यान चंद्र लाइफ टाइम अवार्ड से सम्मानित किया। अली ने तीन दशक तक लखनऊ में हॉकी की नर्सरी में खिलाडिय़ों को तरासा। इसके अलावा नैनीताल के सेंट जोजफ कॉलेज में पढ़े केविन कार्टन आस्ट्रेलिया के लिए 1956 व 1960 के ओलंपिक में खेले। 1941 से 1947 तक शेरवुड कॉलेज नैनीताल के छात्र रहे आस्ट्रेलिया के रे व्हाइट फील्ड ने आस्ट्रेलिया की ओर से खेले गए ओलंपिक मैच के खिलाड़ी रहे।

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