Tokyo Olympics : नैनीताल के अभिषेक ने लवलीना को सिखाए हैं बॉक्सिंग के पंच, पांच साल तक रहे हैं कोच
Tokyo Olympics 2021 भारत के लिए पदक पक्का कर चुकी असम की मुक्केबाज लवलीना बोरगोहाई सेमीफाइनल में पहुंच गई है। लवलीना की कड़ी मेहनत व सफलता के पीछे अनेक कोचों का हाथ रहा है इसमें इंटरमीडिएट के दौरान उनके कोच नैनीताल निवासी अभिषेक साह हैं।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : Tokyo Olympics 2021: टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए पदक पक्का कर चुकी असम की मुक्केबाज लवलीना बोरगोहाई सेमीफाइनल में पहुंच गई है। लवलीना की कड़ी मेहनत व सफलता के पीछे अनेक कोचों का हाथ रहा है, इसमें इंटरमीडिएट के दौरान उनके कोच नैनीताल निवासी अभिषेक साह हैं।उनका कहना है कि लवलीना शुरू से ही एक जुझारू खिलाड़ी रही है। अभ्यास से लेकर मैच में जितना बताया जाता था उसका वह पूरा पालन करती रही है। यही उसकी सफलता का राज है।
तल्लीताल बाजार निवासी अभिषेक वर्तमान में सांई नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस रोहतक में बॉक्सिंग कोच हैं। अभिषेक ने अपना बॉक्सिंग कैरियर 1996 में महाराणा प्रताप स्पोट्र्स देहरादून से शुरू किया। देहरादून स्पोट्र्स कॉलेज से अभिषेक पहले अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। उन्होंने जर्मनी मे 2000 में ट्रेनिंग और प्रतिभाग दोनों किए थे। अभिषेक ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी के गोल्ड मेडिलिस्ट रह चुके है। उन्होंने तीन बार एलाइट नेशनल चैंपियनशिप में भी मेडल्स जीते है। 2008 में अभिषेक ने कोर ग्रुप नेशनल कैंप में भी हिस्सा लिया। स्पोट्र्स कोचिंग में 2008 में अपना डिप्लोमा पूरा किया। 2014 में अभिषेक ने सांई गुवाहाटी में असिस्टेंट कोच के पद पर ज्वाइनिंग दी थी।
2014 से 2019 के बीच अभिषेक ने भारतीय महिला बॉक्सर लवलीना को भी इंटरमीडिएट कोचिंग दी थी। अभिषेक के पिता दीप लाल साह जिला कोर्ट रिटायर कर्मचारी व मां पुष्पा तथा उनकी पत्नी भूमिका साह हैं। अभिषेक लवलीना के सेमीफाइनल में पहुंचने से बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने लवलीना की तारीफ करते हुए कहा कि अब भारत के लिए ओलंपिक में दूसरा मेडल पक्का हो गया है। 69 किलोग्राम वेल्टरवेट वर्ग में लवलीना ने क्वार्टर फाइनल में निएन चिन चेन नाम की खिलाड़ी को हराया, जो पूर्व विश्व चैंपियन है और लवलीना ने अब तक कई मुकाबलों में उनसे हारती रही है।
अभिषेक के रिश्ते के भाई रुचिर साह का कहना है कि सामान्य घर की लवलीना ने ओलंपिक में मेडल पक्का कर साबित किया कि मुश्किलों में भी सफलता प्राप्त की जा सकती है।