Nainital News: नकल माफिया चंदन मनराल के स्टोन क्रशर पर एसटीएफ की नजर; जमीन, वाहन व भवन भी कुर्क करने की तैयारी
Imitation mafia Chandan Manral रामनगर में रहने वाला चंदन मनराल राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) वीपीडीओ और वर्ष 2015 में हुई दारोगा भर्ती घोटाले का आरोपित है। उसका दखल हर सरकार में रहा। एनजीओ के माध्यम से उसने वन ग्रामों में स्कूल चलाए।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : Imitation mafia Chandan Manral: हाकम सिंह के बाद नकल माफिया व गैंगस्टर चंदन मनराल की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) अकूत संपत्ति में शामिल जमीन, वाहन व भवन की कीमतों का आंकलन कर चुकी है। स्टोन क्रशर की कीमत आंकने के लिए प्रशासन की मदद ली जा रही है। इसके लिए एसटीएफ ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है।
कई परीक्षाओं में घोटाला करने का है आरोपित
रामनगर में रहने वाला चंदन मनराल राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC), वीपीडीओ और वर्ष 2015 में हुई दारोगा भर्ती घोटाले का आरोपित है। उसका दखल हर सरकार में रहा। एनजीओ के माध्यम से उसने वन ग्रामों में स्कूल चलाए। यहां भर्ती शिक्षकों को सरकारी नौकरी दिलाने में चंदन का हाथ होना बताया जाता है। एनजीओ के माध्यम से उसने नौकरशाहों से सांठगांठ की। किसी भी परीक्षा में युवाओं को पैसे लेकर पास कराने का दम रखने लगा।
फर्जीवाड़ा कर जुटाई है करोड़ों की संपत्ति
एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार हाकम सिंह के साथ मिलकर चंदन मनराल परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा करता था। इसकी संपत्ति हाकम से भी ज्यादा हो सकती है। अभी तक एसटीएफ 10 करोड़ की संपत्ति होना मान रही है। लेकिन स्टोन क्रशर की कीमत का सही आंकलन नहीं हो पाया है। इसके लिए एसटीएफ के अधिकारियों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा है। जिसमें प्रशासन की मदद मांगी है। इसके बाद पता चलेगा कि चंदन ने कितनी अवैध संपत्ति फर्जीवाड़ा कर अर्जित की है।
चंदन से पूछताछ कर सकती है विजिलेंस
चंदन मनराल को कहीं से राहत मिलती मिलती नहीं दिख रही। पूरी संपत्ति जांच के दायरे में आई है। वहीं दारोगा भर्ती घोटाले में विजिलेंस उससे पूछताछ कर सकती है। साक्ष्य पुख्ता मिले तो फिर उसकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
चंदन मनराल की आधी से अधिक संपत्ति की जांच हो गई है। स्टोन क्रशर की जांच चल रही है। कीमत आंकने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। प्रशासन की मदद से सही जानकारी मिलेगी। अवैध संपत्ति की रिपोर्ट जल्द शासन को भेजी जाएगी।
-चंद्रमोहन सिंह, एडिशनल एसपी एसटीएफ।