बजट को लेकर तीन दिनों से आमरण अनशन पर हैं नैनीताल के पालिकाध्यक्ष, बढ़ता जा रहा है विरोध
बजट की मांग को लेकर मुखर हुई नैनीताल नगर पालिका बोर्ड का विरोध और तेज हो होने लगा है। पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी तीसरे दिन भी आमरण अनशन पर डटे रहे। जबकि धरना-प्रदर्शन दस दिन जारी है। धरना प्रदर्शन को अन्य निकायों के चेयरमैनों का भी समर्थन मिलने लगा है।
नैनीताल, जेएनएन : बजट की मांग को लेकर मुखर हुई नैनीताल नगर पालिका बोर्ड का विरोध और तेज हो होने लगा है। पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी तीसरे दिन भी आमरण अनशन पर डटे रहे। जबकि धरना-प्रदर्शन दस दिन जारी है। धरना प्रदर्शन को अन्य निकायों के चेयरमैनों का भी समर्थन मिलने लगा है। बता दें कि नगर पालिका के ऊपर सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन ग्रेजुएटी और एरियर भुगतान की करीब साढ़े नौ करोड़ रुपयों की बकायदारी हो चुकी है। शासन स्तर पर कई बार मांग करने के बावजूद जब बजट नहीं मिला तो नैनीताल पालिका बोर्ड सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गई।
धरना प्रदर्शन को सात दिन गुजरने के बाद जब किसी ने सुध नहीं ली तो पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी आमरण अनशन पर चले गए। ईधर आमरण अनशन के तीसरे दिन भी पालिकाध्यक्ष आमरण अनशन पर डटे हुए है, अब तक ना कोई जनप्रतिनिधि और ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी इसकी सुध लेने पहुंचा है। जिसको लेकर सभासद और समर्थन दे रहे लोगों में काफी आक्रोश है। सभासदों ने ऐलान किया है कि दोपहर बाद वह जिला प्रशासन का पुतला दहन करेंगे। इस दौरान तमाम सभासद मौजूद रहे।
चंपावत, लालकुआं, बाजपुर और भीमताल के चेयरमेन समर्थन को पहुँचे
सरकार से बीते दस दिन से जारी लड़ाई में अन्य निकायों के चेयरमेन और जनप्रतिनिधियों ने भी समर्थन देना शुरू कर दिया है। बुधवार को बाजपुर चेयरमेन गुरजीत सिंह, चंपावत के विजय वर्मा, लालकुआं के लाल चंद्र सिंह और भीमताल नगर पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र चनौतिया समर्थन को पहुँचे है। इधर पूर्व विधायक सरिता आर्य, और फड़ कारोबारी भी समर्थन को पहुँचे।