वीकेंड पर नैनीताल पैक, शहर से नौ किमी पहले रोके गए पर्यटक बसों से भेजे गए
नैनीताल में दशहरा के बाद वीकेंड पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ी तो पुलिस को शहर से सात व नौ किमी पहले ही बाईपास पर पर्यटक वाहन रोकने पड़े। हल्द्वानी रोड रुसी बाइपास और कालाढूंगी रोड पर नारायण नगर से शटल टैक्सी व बस सेवा चलाकर पर्यटकों को शहर भेजा गया।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : सरोवर नगरी नैनीताल में दशहरा के बाद वीकेंड पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ी तो पुलिस को शहर से सात व नौ किमी पहले ही बाईपास पर पर्यटक वाहन रोकने पड़े। हल्द्वानी रोड रुसी बाइपास और कालाढूंगी रोड पर नारायण नगर से शटल टैक्सी व बस सेवा चलाकर पर्यटकों को शहर भेजा गया। दोनों जगह ही पांच सौ पर्यटक वाहनों को पार्क किया गया है। इसके बावजूद शहर भी पैक रहा और बार-बार जाम की स्थिति बनती रही।
शनिवार सुबह से ही पर्यटक पहुंचने शुरू हो गए थे। पुलिस ने सुबह नौ बजे से ही रूसी बाइपास व नारायण नगर से दस-दस शटल टैक्सियों से पर्यटकों को भेजा। भीड़ अधिक बढ़ी तो एक बार बस से भी पर्यटकों को भेजा गया। देर शाम तक पर्यटक वाहनों की आवाजाही बनी रही। पर्यटकों की भीड़ से पंत पार्क से गुरुद्वारा पाथवे, चाट मार्क, भोटिया व तिब्बती बाजार, बड़ा बाजार, माल रोड गुलजार रहे।
शहर के करीब पांच सौ होटल-गेस्ट हाउस के अलावा खुर्पाताल, किलबरी, पंगोट, कुंजखड़क, विनायक, मंगोली, ज्योलीकोट तक के सौ से अधिक होटल-रिजार्ट पैक हो गए। पर्यटन स्थलों हिमालय दर्शन, टांकी बैंड, केव गार्डन, रोप-वे, स्नोव्यू, बारापत्थर, टिफिन टॉप, लवर्स प्वाइंट आदि पर्यटन स्थलों में सुबह से शाम तक रौनक रही। पर्यटकों ने बारापत्थर में घुड़सवारी, झील में नौकायन का लुत्फ उठाया और चिडिय़ाघर में वन्य जीवों को करीब से निहारा। सीओ संदीप नेगी के अनुसार शहर के पार्किंग स्थल पैक होने की वजह से शटल सेवा जल्दी शुरू कर दी गई।
जू में रिकार्ड 1709 पर्यटक पहुंचे
जीबी पंत प्राणी उद्यान में पिछले दो साल में पहली बार एक दिन में 1709 पर्यटक पहुंचे, जो कि रिकार्ड है। डिप्टी रेंजर दीपक तिवाड़ी ने बताया कि पिछले रविवार को चिडिय़ाघर में 1567 पर्यटक पहुंचे थे। केएमवीएन के रोपवे के प्रबंधक शिवम शर्मा के अनुसार करीब साढ़े आठ सौ पर्यटकों ने सैर की।
पुलिस की सख्ती से पार्किंग संचालक खफा
सूखाताल पार्किंग संचालक जीनू पांडे के अनुसार सूखाताल में केएमवीएन की बहुमंजिला पार्किंग के अलावा केव गार्डन से देवदार लॉज तक की पार्किंग में करीब दौ सौ वाहनों के लिए स्थान था। आरोप लगाया कि नारायण नगर में वाहनों को रोकने से पर्यटकों को परेशानी हुई और उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने प्रशासन से कहा है कि लाखों रुपये खर्च करने के बाद टेंडर लिया तो पार्किंग फुल होने तक पर्यटक वाहनों को आने देना चाहिए था।