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सिडकुल की स्थापना के बाद जमीन के विवाद ले रहे तराई में लोगों की जान

तराई में जमीन के विवाद थम नहीं ले रहे हैं। जानलेवा हमला समेत इन विवादों में कई लोगों की जान जा रही है। जिले के जसपुर से लेकर खटीमा तक की जमीन उपजाऊ है। सिडकुल स्थापना के बाद जमीन पर प्लाट कटने लगे तो कीमत में भी उछाल आ गया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 07:06 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 07:06 AM (IST)
सिडकुल की स्थापना के बाद जमीन के विवाद ले रहे तराई में लोगों की जान

रुद्रपुर, जागरण संवाददाता : तराई में जमीन के विवाद थम नहीं ले रहे हैं। जानलेवा हमला समेत इन विवादों में कई लोगों की जान जा रही है। जिले के जसपुर से लेकर खटीमा तक की जमीन उपजाऊ है। सिडकुल स्थापना के बाद जमीन पर प्लाट कटने लगे तो कीमत में भी उछाल आ गया। ऐसे में मेड़ व जमीन के विवाद अक्सर जानलेवा बन रहे हैं। इन वारदात के बाद कई लोगों का पूरा परिवार ही उजड़ चुका है। बीते तीन-चार साल में ही जमीन और मेड़ के विवाद में किसी के परिवार के दो तो किसी के चार सदस्यों की जान चली गई। बावजूद इसके पुलिस इन विवादों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है।

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केस-1

वर्ष 2013 में खटीमा विकास खंड के फुलैया गांव में 80 बीघा जमीन के विवाद में थारू जनजाति के दो किसान विजय बहादुर और भरत ङ्क्षसह की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या से आक्रोशित लोगों ने तब खूब बवाल किया था।

केस-2

वर्ष 2016 में सितारगंज में एनएच-74 की जद में आई आधा बीघा जमीन के विवाद में जयमल ङ्क्षसह की हत्या कर दी गई थी। बाद में हत्यारोपितों ने सजा से बचने और साक्ष्यों को मिटाने के लिए सात जनवरी 2018 को सितारगंज में आयोजित नगर कीर्तन में दलजीत सि‍ंंह समेत दो लोगों की हत्या कर दी थी।

केस-3

28 अगस्त 2020 को ट्रांजिट कैंप निवासी हीरालाल, उसकी पत्नी तथा दो पुत्रियों की हत्या का पर्दाफाश हुआ। इस मामले में पुलिस ने मृतक हीरालाल के दामाद नरेंद्र गंगवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि उसने अपने साथी के साथ 13 बीघा जमीन और मकान हड़पने की नीयत से ससुर हीरालाल, सास हेमवती, दो साली दुर्गा और पार्वती की हत्या कर शव घर में ही दफना दिया था।

मल्सी लंका और प्रीत नगर में पीएसी तैनात

प्रीत नगर में मल्सी लंका के दो भाइयों की हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। घटनास्थल पर पहुंचे मृतक भाइयों के नाते-रिश्तेदारों ने सड़क पर जाम लगाने की चेतावनी दी तो पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन दोनों गांवों में पीएसी तैनात कर दी गई है। मल्सी लंका और प्रीत नगर गांव आसपास ही हैं। मंगलवार शाम साढ़े चार बजे के आसपास मृतक भाइयों के नाते-रिश्तेदार घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने शवों के बारे में पूछा तो पता चला कि वे पोस्टमार्टम हाउस में हैं। इससे भड़के नाते-रिश्तेदार और अन्य ग्रामीण सड़क पर जाम लगाने की तैयारी करने लगे। यह देख वहां मौजूद पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। जैसे-तैसे उन्होंने मामला शांत कराया। ग्रामीणों के मुताबिक मुख्य हत्यारोपित का एक भाई नैनीताल जिले में पुलिस महकमे में तैनात है।

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