नैनीताल में पालिका बोर्ड का धरना खत्म, कर्मचारियों का जारी
नैनीताल में जिलाधिकारी से आश्वासन मिलने के बाद पालिका बोर्ड का धरना प्रदर्शन समाप्त।
जागरण संवाददाता, नैनीताल: जिलाधिकारी से आश्वासन मिलने के बाद पालिका बोर्ड का धरना प्रदर्शन तो खत्म हो गया, लेकिन कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार अभी भी जारी है। रविवार को अवकाश होने के कारण पालिका प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच कोई वार्ता नहीं हो पाई। जिससे कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी है। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार पर जाने से दो दिन में ही शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। पथ प्रकाश व्यवस्था ठप होने से माल रोड में भी अंधेरा छाया रहा।
बता दें बजट की मांग को लेकर पालिका बोर्ड ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इधर दो माह से वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण निकाय कर्मचारी महासंघ कर्मचारी भी कार्य बहिष्कार पर चले गए थे। शनिवार को उत्तराखंड देवभूमि सफाई कर्मचारी संघ व महासंघ पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से कार्य बहिष्कार शुरू किया और शहर में साफ-सफाई, कूड़ा उठान और पथ प्रकाश व्यवस्था बंद कर दी।
धरना प्रदर्शन कर रहे पालिकाध्यक्ष और सभासद तो शनिवार देर शाम जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद धरने से उठ गए, लेकिन कर्मचारियों को कार्य बहिष्कार अभी भी जारी है। इधर कूड़ा नहीं उठने से शहर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लग गया है। जिसे देख पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोग भी नाक सिकोड़ते दिखे। स्ट्रीट लाइट बंद होने से पर्यटकों को माल रोड में अंधेरे में गुजरना पड़ा। ईओ अशोक वर्मा ने बताया कि कर्मचारियों के वेतन के लिए शासन से एक माह की ग्रांट मिल चुकी है। इसके अलावा पार्किग और लेकब्रिज चुंगी के ठेके हो चुके हैं। जिससे कुछ आमदनी हो जाएगी। सोमवार को कर्मचारियों की मांग और कार्य बहिष्कार को लेकर उनके साथ बैठक की जाएगी।
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पालिकाध्यक्ष को अस्पताल से मिली छुट्टी
नैनीताल : छह दिन के आमरण अनशन के कारण हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती हुए पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी की हालत में फिलहाल सुधार है। चिकित्सकों ने एक सप्ताह तक आराम करने और दवा के सेवन की सलाह देते हुए उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी है। पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी ने बताया कमजोरी से चलने में तकलीफ है। जल्द ठीक होकर वह दोबारा जनसेवा में जुट जाएंगे।