Scholarship scam in uttarakhand देशभर के 150 से अधिक शैक्षिक संस्थान एसआइटी के निशाने पर
दशमोत्तर छात्रवृत्ति के दस्तावेजों की जांच में राज्य के साथ ही देश भर के 150 से अधिक शैक्षिक संस्थान एसआइटी के टारगेट पर हैं।
रुद्रपुर, जेएनएन : दशमोत्तर छात्रवृत्ति के दस्तावेजों की जांच में राज्य के साथ ही देश भर के 150 से अधिक शैक्षिक संस्थान एसआइटी के टारगेट पर हैं। इन संस्थानों में छात्रवृत्ति का लाभ लेने वाले सवा लाख से अधिक छात्रों का भौतिक सत्यापन कर एसआइटी घोटाले की तह तक जाएगी।
वर्ष 2011-12 में एससी/एसटी और ओबीसी दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की पुष्टि होने के बाद ऊधमङ्क्षसह नगर में भी एसआइटी का गठन किया गया। इसके बाद एसआइटी ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए समाज कल्याण विभाग से 2011 से 2019 तक के दशमोत्तर छात्रवृत्ति से संबंधित सात बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी। अब तक एसआइटी को 2011 से 2016-17 तक के दस्तावेज उपलब्ध हो गए हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक इन छह-सात साल के भीतर छात्रवृत्ति का लाभ लेने वाले ऊधमसिंह नगर के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ी जाति के सवा लाख से अधिक छात्र हैं। वह जिले के शैक्षिक संस्थानों के साथ ही महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के 150 से अधिक शैक्षिक संस्थानों में पढ़ाई कर चुके हैं। अब छात्रवृत्ति घोटाले की पुष्टि के लिए संबंधित संस्थानों और छात्रों को चिह्नित कर उनका भौतिक सत्यापन करेगी। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक शैक्षिक संस्थान और छात्रों का यह आंकड़ा समाज कल्याण विभाग से मिलने वाले दस्तावेजों के आधार पर बढ़ सकता है।
तकनीकी कोर्स के लिए ली छात्रवृत्ति
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की जांच फिलहाल पहले चरण में है। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक जांच में पता चला है कि छात्रों के नाम पर फर्जी तरीके से बीएड, बीटेक, एमबीए, पॉलीटेक्निक समेत अन्य तकनीकी कॉलेज में दाखिला कराकर छात्रवृत्ति हड़पी गई है।
हरियाणा के एमडी व संदेश कॉलेज पर भी होगा मुकदमा
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में हरियाणा के एमडी व संदेश कॉलेज ऑफ एजुकेशन रेवाड़ी का नाम भी सामने आया है। एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने शुक्रवार को दोनों कॉलेजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। इससे पहले गुरुवार को भी उत्तर प्रदेश व हरियाणा के एक-एक कॉलेजों व बैंक अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। वर्ष 2011-12 में एससी/एसटी और ओबीसी दशमोत्तर छात्रवृत्ति में अनियमितता की शिकायत पर एसआइटी ने जांच शुरू की थी।
दो कॉलेजों ने लगाई लाखों की चपत
ऊधमसिंह नगर में भी जांच शुरू हुई तो एसआइटी ने जसपुर और बाजपुर में पहुंचकर छात्रवृत्ति का लाभ लेने वाले छात्रों का भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने गुरुवार को मेरठ स्थित ऋषि इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज और हरियाणा के रेवाड़ी स्थित ब्राइटलैंड कॉलेज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने बताया कि एसआइटी जांच में एमडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन झज्जर रोड हरियाणा और संदेश कॉलेज ऑफ एजुकेशन कनेना, रेवाड़ी के खिलाफ भी साक्ष्य मिले हैं। दोनों ही कॉलेजों ने दलालों से साठगांठ कर छात्रवृत्ति के नाम पर उत्तराखंड सरकार को लाखों रुपये की चपत लगाई। ऐसे में एसएसपी ने बाजपुर पुलिस को एमडी कॉलेज और जसपुर पुलिस को संदेश कॉलेज के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया। एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने कहा कि छात्रवृत्ति घोटाले में अन्य कॉलेजों की भी जांच की जा रही है। साक्ष्य मिलने के बाद उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया।