पितृ पक्ष के साथ मानसून की विदाई शुरू, 24 से 48 घंटों में कुमाऊं से वापसी के आसार
मानसून की वापसी होने के बाद कुमाऊं के हिस्सों में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी और रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। तापमान में बढ़ोतरी मंगलवार से ही दिखने लगी। हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री व न्यूनतम 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : दक्षिण पाकिस्तान पर विपरीत हवाओं का परिसंचरण बना हुआ है। इसके प्रभाव से उत्तराखंड समेत उत्तर-पश्चिम इलाकों में पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 से 48 घंटों में उत्तराखंड समेत उत्तर-पश्चिम राज्यों से मानसून के विदा लेने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई है। मानसून की वापसी होने के बाद कुमाऊं के हिस्सों में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी और रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। तापमान में बढ़ोतरी मंगलवार से ही दिखने लगी। हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री व न्यूनतम 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा। सोमवार के मुकाबले अधिकतम तापमान में एक डिग्री की तेजी आई है।
कुमाऊं के प्रमुख स्टेशनों का तापमान
स्टेशन अधिकतम न्यूनतम
हल्द्वानी 31.1 23.7
नैनीताल 22.0 15.6
रुद्रपुर 33.9 24.7
गंगोलीहाट 25.0 15.5
अल्मोड़ा 30.2 16.7
बारिश से धान को नुकसान, सरसों की बुआई पिछड़ी
मानसून की विदाई में देरी से मैदानी इलाकों के किसानों की मुश्किलें बढ़ी है। धान की पौध तैयार है। दाना पकने को तैयार है, लेकिन आए दिन बारिश से कई जगह धान, मक्का, टमाटर आदि को नुकसान पहुंचा है। प्रगतिशील किसान नरेंद्र मेहरा ने बताया कि मिट्टी गीली होने से किसान सरसों की बुआई नहीं कर पाए हैं। अामतौर पर सरसों की बुआई 20 सितंबर के आसपास शुरू हो जाती है। मेहरा ने बताया कि सरसोें की बुआई के लिए भुरभुरी मिट्टी की जरूरत होती है। हालांकि बागवानी, गन्ना व सोयाबीन की फसलों के लिए बारिश फायदेमंद है।