जीवंत शिव को प्रतीकात्मक बनाने पर तुले हैं मोदी : हरदा
पूर्व सीएम हरीश रावत ने पीएम नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्रियों के 29 अप्रैल को केदारनाथ आगमन के दौरान लेजर शो पर सवाल उठाए हैं।
By Edited By: Published: Mon, 23 Apr 2018 10:31 PM (IST)Updated: Thu, 26 Apr 2018 05:12 PM (IST)
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : पूर्व सीएम हरीश रावत ने पीएम नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्रियों के 29 अप्रैल को केदारनाथ आगमन के दौरान लेजर शो पर सवाल उठाए हैं। कहा कि स्कंद पुराण की मान्यता के मुताबिक केदारपुरी में शिव तथा बद्रीनाथ में विष्णु जीवंत रूप में मौजूद हैं। पीएम की खातिर लेजर शो के जरिये आस्था से खिलवाड़ कर उन्हें प्रतीक रूप में दिखाने का काग्रेस पुरजोर विरोध करती है। सोमवार को होटल अमोर में पत्रकारों से मुखातिब हरदा ने कहा कि पीएम के दौरे के चलते वह 26 से 29 अप्रैल का अपना दौरा अब 5 से 9 मई तक करेंगे। पीएम मोदी इस बार राज्य को क्या दे जाते हैं देखेंगे। एक साल में सरकार ने पुननिर्माण मामले में सिवाय नौटंकी के और कुछ नहीं किया। शांत शिव को भाजपा नटराज मुद्रा में क्यों दिखाना चाह रही है यह समझ से परे है। इस दौरान प्रदेश महामंत्री खजान पांडेय, पूर्व दर्जा मंत्री प्रयाग भट्ट, ब्लाक प्रमुख भोला भट्ट, हर्ष पांडे व विजय सिजवाली मौजूद रहे। ----- त्रिवेंद्र से नहीं मेरा स्नेह राजनीतिक स्थायित्व से है त्रिवेंद्र रावत के कामकाज की तारीफ के सवाल पर हरदा ने कहा कि उनका स्नेह सीएम से नहीं बल्कि राज्य के राजनीतिक स्थायित्व से है। उनका दर्द भी झलका कि यहां सीएम तो बदलते हैं, लेकिन जनता का नसीब नहीं। इसलिए पांच साल तक सीएम रहना चाहिए। जिससे अधूरे काम की टीस न रहे। - बहुगुणा के समय में बंटे खनन पट्टे हरदा ने आरोप लगाया कि नदियों में खनन पट्टे सत्तारूढ़ दल के नेताओं के रिश्तेदारों को दिए गए हैं। कांग्रेस द्वारा भी पट्टे बांटे जाने के सवाल पर कहा कि पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के कार्यकाल में बंटे पट्टों व क्रशरों के लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं। ---- निकाय चुनाव आगे खिसका कर ही मानेगी त्रिवेंद्र सरकार निकाय चुनाव टालकर सरकार ने संवैधानिक संकट की स्थिति ला दी है। हमारा भरोसा न्यायपालिका पर है, लेकिन उसके समक्ष भी जिस तरह के दस्तावेज सरकार द्वारा रखे गए हैं उससे लगने लगा है कि चुनाव आगे खिसकेंगे। सीएम और आबकारी मंत्री शराब कंपनियों के सेल्समैन आबकारी में चहेती कंपनियों को लाने के लिए सरकार अब ई टेंडरिंग करा रही है। शराब के दाम बढ़ा दिए गए हैं। लग रहा है कि सीएम और आबकारी मंत्री शराब कंपनियों के सेल्समैन की भूमिका में आ गए हैं। --- राहुल उदारता के वाहक, मोदी ध्यान को बना देते हैं मार्केटिंग गुजरात चुनाव के बाद से कांग्रेस में भी मंदिरों व जनेऊ की ओर झुकाव के सवाल पर हरदा ने कहा कि हिंदू धर्म उदारता का प्रतीक है। पंडित नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक इसी उदारता के वाहक के रूप में आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन मोदी तो ध्यान को भी मार्केटिंग का हिस्सा बना देते हैं।
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