पानी की हर बूंद सहेजने में मनरेगा का लिया सहारा, बहते पानी के स्टोरेज को बनाए कच्चे तालाब, हार्वेस्टिंग टैंकों का किया निर्माण
बारिश की हर बूंद को एकत्रित करने के लिए कई जगह रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंकों का निर्माण किया गया है तो कई जगह नौलों धारों से बर्बाद हो रहे पानी को एकत्रित करने के लिए कच्चे तालाबों का निर्माण भी हुआ है।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : पानी की हर बूंद सहेजने में ग्राम्य विकास विभाग ने पाटी विकास खंड में मनरेगा का सहारा लिया है। बारिश की हर बूंद को एकत्रित करने के लिए कई जगह रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंकों का निर्माण किया गया है तो कई जगह नौलों, धारों से बर्बाद हो रहे पानी को एकत्रित करने के लिए कच्चे तालाबों का निर्माण भी हुआ है। योजना के तहत पुराने नौलों का सुंदरीकरण कर पानी की हर बूंद का उपयोग किया जा रहा है। अप्रैल माह से शुरू किया गया जल संरक्षण का अभियान पूरा हो चुका है।
खंड विकास अधिकारी डा. अमित ममगई ने बताया कि पानी की हर बूंद सहेजने के इस कार्य में दैनिक जागरण के सहेज लो हर बूंद अभियान से लोगों को काफी अधिक प्रेरणा मिली। पानी के संरक्षण के कार्य में जनता ने रूचि दिखाई और दर्जनों लोगों ने बारिश के पानी के संरक्षण के लिए मनरेगा से हार्वेस्टिंग टैंक बनाए। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत पाटी, बालातड़ी, पुनौली, कानीकोट, हौली पिपलाटी, गोसनी, पटन गांव, पखोटी, गागर, लड़ी, तोली, विसौना आदि गांवों में जमीन से निकल रहे पानी को संरक्षित करने के लिए 22 नए नौलों का निर्माण किया गया और 33 पुराने पड़ चुके नौलों का सुंदरीकरण किया गया। इसके अलावा 77 रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंकऔर 123 कच्चे तालब भी बनाए गए। उक्त ग्राम पंचायतों में अब पानी बेकार नहीं बह रहा है, इससे पेयजल का भी समाधान हो गया है। बताया कि कच्चे तालाबों में पानी स्टोर होने पर भूगर्भीय जल स्तर में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने बताया कि लोग बारिश के पानी का संग्रहण कर उसका उपयोग मवेशियों को पिलाने, साफ, सफाई और सिंचाई के रूप में कर रहे हैं।
जारी रहेगी मुहिम
खंड विकास अधिकारी डा. अमित ममगई ने बताया कि पानी की हर बूंद सहेजने की मुहिम जारी रहेगी। विकास खंड की अन्य ग्राम पंचायतों में भी बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए चाल, खाल, कच्चे तालाब एवं हार्वेस्टिंग टैंकों का निर्माण मनरेगा केजरिए किया जाएगा। लोगों को भी पानी की बचत करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।