डेढ़ दशक के अंदर कई बार उत्तराखंड आया था माओवादी बोरा NAINITAL NEWS
बरेली से गिरफ्तार माओवादी खीम सिंह बोरा से उत्तराखंड की पुलिस टीम ने यूपी पुलिस और एटीएस के साथ रविवार को भी पांच घंटे से अधिक पूछताछ की।
रुद्रपुर, जेएनएन : बरेली से गिरफ्तार माओवादी खीम सिंह बोरा से उत्तराखंड की पुलिस टीम ने यूपी पुलिस और एटीएस के साथ रविवार को भी पांच घंटे से अधिक पूछताछ की। इस दौरान उसने डेढ़ दशक के भीतर कई बार उत्तराखंड में आने की पुष्टि भी की। पुलिस इस दौरान उसका साथ देने वालों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
उत्तराखंड के 50 हजार के इनामी माओवादी और अल्मोड़ा के सोमेश्वर निवासी खीम ङ्क्षसह बोरा को बुधवार सुबह बरेली से उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था। लखनऊ पहुंची ऊधमसिंह नगर पुलिस ने दूसरे दिन भी बोरा से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जहां बोरा ने कुछ गिरफ्तार माओवादियों की पुष्टि की वहीं कुछ को पहचानने से इन्कार कर दिया। पूछताछ में उसने डेढ़ दशक के भीतर कई बार उत्तराखंड आने की पुष्टि भी की है।
गुमनामी की जिंदगी जी रहा था बोरा
गिरफ्तार बोरा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह डेढ़ दशक के भीतर कई राज्यों में रहा। इस दौरान वह गुमनामी की ङ्क्षजदगी जीता रहा। वह आम आदमी की तरह ही रहता था। उसने अपना परिचय किसी को भी नहीं दिया। ताकि वह पुलिस पहुंच से दूर रह सके।
जंगलों के रास्ते करता था सफर
उत्तराखंड से भूमिगत होने के बाद इनामी माओवादी खीम ङ्क्षसह बोरा उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र समेत तमाम राज्यों में रहा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में उसने बताया कि वह अधिकतर जंगलों में ही टेंट लगाकर रहता था। एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए भी वह अधिकतर जंगल के रास्तों का प्रयोग करता था। एक राज्य से दूसरे राज्य जाने में वह आम आदमी की तरह जान पहचान वालों के घर में रुकता था।
पुलिस टीम संयुक्त रूप से कर रही पूछताछ
बरिंदरजीत सिंह, एसएसपी, ऊधमसिंहनगर ने बताया कि गिरफ्तार माओवादी खीम सिंह बोरा से पुलिस टीम संयुक्त रूप से पूछताछ कर रही है। उसने ऊधमसिंहनगर, अल्मोड़ा, सोमेश्वर में सक्रिय रहने की बात भी कबूल की है। फिलहाल पूछताछ में अब तक कोई नई बात सामने नहीं आई है। जल्द ही उसे बी वारंट पर रिमांड पर लिया जाएगा।