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कम दिखता है, श्राद्ध कर रहा हूं...आदि जैसी तरकीबों से चुनाव ड्यूटी से बचने की लगा रहे जुगत

चुनाव पर्व में कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं जो चुनाव ड्यूटी से मुक्ति को तरकीब लड़ा रहे हैं। कोई आंखों की रोशनी कम होने की बात कर रहा तो कोई पिता के श्राद्ध की बात कर रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 05:25 PM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2019 05:25 PM (IST)
कम दिखता है, श्राद्ध कर रहा हूं...आदि जैसी तरकीबों से चुनाव ड्यूटी से बचने की लगा रहे जुगत
कम दिखता है, श्राद्ध कर रहा हूं...आदि जैसी तरकीबों से चुनाव ड्यूटी से बचने की लगा रहे जुगत

हल्द्वानी, जेएनएन : लोकतंत्र में भागीदारी निभाने के लिए जहां कई कर्मचारी उत्साहित हैं वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो चुनाव ड्यूटी से मुक्ति पाने के लिए तमाम तरकीब लड़ा रहे हैं। किसी के पास बीमारी का बहाना है, कोई उम्र का तकाजा याद दिला रहा हैं तो कोई आंखों की रोशनी कम होने की बात बताकर लिखने-पढऩे के काम से दूर रहना चाहते हैं। बहरहाल, कर्मचारी के बहानेबाजी अधिकारियों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। हालांकि रियलिटी जांचने के लिए कर्मचारियों को मेडिकल बोर्ड भेजा जा रहा है। नोडल अधिकारी विनीत कुमार ने साफ किया है कि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर ही ड्यूटी से हटाने का फैसला लिया जाएगा।

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केस : 1

साहब! ड्यूटी में खाने-नहाने की परेशानी होगी

दाड़ी बढ़ाए व चंदन लगाए एक सज्जन सीडीओ के पास गुहार लेकर पहुंचे कि पिताजी का वार्षिक श्राद्ध कर रहा हूं। अपने हाथ का बना भोजन करता हूं। चुनाव ड्यूटी में खाने-नहाने की परेशानी होगी। इस तरह के पांच से अधिक मामले निर्वाचन विभाग के पास पहुंचे हैं।

केस : 2

गर्भवती हूं, आठ घंटे नहीं बैठ सकती

अपने परिजन के साथ चुनाव कार्यालय पहुंचीं महिला ने प्रार्थना-पत्र देते हुए कहा कि वह ढाई माह की गर्भवती हैं। चुनाव ड्यूटी में आठ घंटे एक ही स्थान पर बैठी नहीं रह सकती। इस पर महिला को मेडिकल बोर्ड भेज दिया गया।

केस : 3

कम देखता हूं, ड्यूटी में हंसी हो जाएगी

होमगार्ड की वर्दी में पहुंचे एक कर्मचारी ने कहा कि उनकी आंखों की रोशनी कम हो गई है। चुनाव में लिखने-पढऩे का काम नहीं कर पाएंगे। बोले, जब लोग कहते हैं कि कैसे-कैसे लोगों की ड्यूटी लगा देते हैं तो बड़ी हंसी होती है। चुनाव ड्यूटी कटवाने को सिफारिश भी खूब चल रही है। कर्मचारी अपने नेताओं व अधिकारिक पहुंच का इस्तेमाल चुनाव ड्यूटी से हटवाने के लिए कर रहे हैं।

ऐसे भी मामले : दिव्यांग को ड्यूटी पर लगाया

भले ही कई लोग चुनाव ड्यूटी से बचने को तमाम तरकीब निकाल रहे हैं, लेकिन कुछ वास्तविक लोग भी हैं। लाठी के सहारे एक पैर पर चलकर आए कार्मिक ने ड्यूटी से मुक्त रखने की गुहार लगाई। विनीत कुमार, नोडल अधिकारी कार्मिक ने कहा कि चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए कई लोग पहुंच रहे हैं। अब तक 67 आवेदन मिले हैं। अधिकांश आवेदनों को मेडिकल बोर्ड के पास भेजा गया है।

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