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इंटीरियर व एक्सटीरियर डेकोरेशन में बनाएं करियर, एमबीपीजी कालेज में एक अक्टूबर से शुरू हो रहा कोर्स

इंटीरियर व एक्सटीरियर डेकोरेशन का डिप्लोमा एमबीपीजी कालेज में एक वर्ष अवधि का है। जिसे कालेज से डिग्री लेते हुए भी पूरा किया जा सकता है। डिप्लोमा कोर्स की योग्यता इंटरमीडिएट पास है। ऐसे में किसी भी विषय से 12वीं पास कोर्स में प्रवेश के पात्र होंगे।

By Prashant MishraEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 05:04 PM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 05:04 PM (IST)
इंटीरियर व एक्सटीरियर डेकोरेशन में बनाएं करियर, एमबीपीजी कालेज में एक अक्टूबर से शुरू हो रहा कोर्स
डेकोरेशन की बारीकियां सीखने के बाद धीरे-धीरे अनुभव व योग्यता के आधार पर कमाई भी बढ़ेगी।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : सजना-संवरना हर किसी को पसंद है। घर व बाहर की सजावट में कुछ लोग बहुत माहिर होते हैं। यदि आप को भी परिवेश सजाने व संवारने का शौक है तो इस स्किल को रोजगार का जरिया बनाया जा सकता है। जहां कमाई के ढेरों विकल्प मौजूद हैं। इंटीरियर व एक्सटीरियर डेकोरेशन का डिप्लोमा लेकर अपने इस शौक को संवार सकते हैं। हल्द्वानी के एमबीपीजी कालेज में डेकोरेशन का यह कोर्स मौजूद है। जिसमें एक अक्टूबर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

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इंटीरियर व एक्सटीरियर डेकोरेशन का डिप्लोमा एमबीपीजी कालेज में एक वर्ष अवधि का है। जिसे कालेज से डिग्री लेते हुए भी पूरा किया जा सकता है। डिप्लोमा कोर्स की योग्यता इंटरमीडिएट पास है। ऐसे में किसी भी विषय से 12वीं पास महिला व पुरष इस कोर्स में प्रवेश के पात्र होंगे। एमबीपीजी कालेज में इस कोर्स के लिए 40 सीट उपलब्ध है। जिसकी फीस साल भर के लिए 10 हजार रुपये निर्धारित की गई है। विभागाध्यक्ष सुधीर नैनवाल ने बताया कि एक अक्टूबर 2021 से प्रवेश का कार्य शुरू हो रहा है।

रोजगार की अपार संभावनाएं

इंटीरियर व एक्सटीरियर डेकोरेशन डिप्लोमा कोर्स के बाद रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। विभागाध्यक्ष सुधीर नैनवाल ने बताया कि इस कोर्स को करने के बाद आर्किटेक्ट क्षेत्र में जाया जा सकता है। घर की साज-सज्जा, वेडिंग प्लानर, इवेंट मैनेजर, फर्नीचर डिजायनर, होटल मैनेजमेंट, हार्टीकल्चर आदि क्षेत्र में कैरियर बनाया जा सकता है। विभागाध्यक्ष ने बताया कि आजकल सभी तरह की कंपनियां, कार्यालय, इवेंट आदि में सजावट पर ही जोर दिया जा रहा है। जिसमें किसी संस्थान में नौकरी करने के साथ ही स्वतंत्र रूप से भी यह कार्य किया जा सकता है। डेकोरेशन की बारीकियां सीखने के बाद धीरे-धीरे अनुभव व योग्यता के आधार पर कमाई भी बढ़ेगी।


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