वन विभाग के पिंजड़े में फंसी मादा गुलदार
नैनीताल के चारखेत में आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार पकड़ लिया गया।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : चारखेत में आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार पकड़ा गया। करीब एक माह की मशक्कत के बाद वह वन विभाग के पिंजडे़ में कैद हो गया। पकड़ में आई वयस्क मादा गुलदार के कंधे पर हल्की चोट है, जिस कारण उसे रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है। ठीक होने के बाद उसे प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाएगा।
शहर के समीपवर्ती चारखेत क्षेत्र में लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ था। कई कुत्तों के साथ ही करीब एक दर्जन पालतू पशुओं को वह निवाला बना चुका था। ग्रामीणों के काफी मांग करने के बाद वन विभाग ने उसे पकड़ने के लिए पिंजड़ा और चार टै्रप कैमरे लगाए थे। रविवार देर रात ग्रामीणों ने आबादी के समीप गुलदार के दहाड़ने की आवाज सुनी तो वह घबरा गए। उन्होंने क्षेत्र में गुलदार के होने की सूचना तुरंत वन विभाग को दी। सोमवार सुबह रेंजर प्रमोद तिवारी अन्य वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और देखा कि गुलदार पिंजड़े में फंसा हुआ था। प्रमोद तिवारी ने बताया कि पिंजड़े में फंसी मादा गुलदार की उम्र करीब तीन वर्ष के आसपास होगी। इस दौरान महेंद्र घिडि़याल, हरीश आर्या, संतोष गिरी, हीरा सिंह शाही, मनीष, देवेंद्र, सचिन, चंदन, निमेश आदि कर्मचारी मौजूद रहे। आक्रामक नहीं सहमा नजर आया गुलदार
पिंजड़े में फंसे गुलदार अक्सर आक्रामक दिखाई पड़ते हैं। लोगों के पास जाते ही वह हमला करने के लिए झपटने को तैयार दिखते हैं। लेकिन चारखेत में पकड़ में आई मादा गुलदार सहमी नजर आई। उसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुटी गई थी।