घास काट रही महिला पर तेंदुए ने किया हमला, लोगों ने पत्थर बरसाकर बचाई जान
फतेहपुर क्षेत्र में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार सुबह घास काट रही महिला पर गुलदार ने हमला कर दिया।
हल्द्वानी, जेएनएन : पहाड़ से लेकर मैदान तक गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। शनिवार को अल्मोड़ा के भिकियासैंण में गुलदार मासूम को उठाकर ले गया। वहीं, रविवार सुबह आबादी से कुछ दूरी पर घास काट रही महिला पर गुलदार झपट पड़ा। आसपास खेतों में काम पर जुटे लोगों ने पत्थर बरसाकर महिला को गुलदार के चंगुल से छुड़वाया। जिसके बाद वन विभाग अपनी गाड़ी से उसे लेकर बेस अस्पताल पहुंचा। महिला के चेहरे पर काफी चोट आई है।
जानकारी के मुताबिक फतेहपुर के पास बेल गांव निवासी 38 वर्षीय ममता मटेला सुबह आठ बजे करीब घास काट रही थी। इस बीच झाडिय़ों में घात लगाकर बैठा गुलदार उस पर झपट पड़ा। और घसीटकर ले जाने की कोशिश करने लगा। इस बीच ममता के चीखने-चिल्लाने पर आसपास काम रहे लोग दौड़ पड़े। जिसके बाद गुलदार पर पत्थर मार महिला की जान बचाई गई। वहीं, घटनास्थन नैनीताल डिवीजन की मनोरा रेंज में आता है। मगर नजदीक में कार्यालय होने पर फतेहपुर रेंजर केआर आर्य ने वनकर्मियों को भेज तुरंत महिला को अस्पताल में भिजवाया। इधर, घटना के बाद से ग्रामीणों में डर बना हुआ है।
डेढ़ माह में चौथा हमला
फतेहपुर के आसपास के गांवों में गुलदार पिछले डेढ़ माह में चार लोगों पर हमला कर चुका है। गनीमत रही कि चारों की जान बच गई। पिछले दिनों फतेहपुर रेंज के गुजरौड़ा में पिंजरा व कैमरे भी लगवाए गए। मगर आबादी में भटक रहा गुलदार पिंजरे की तरफ पहुंचा ही नहीं।
हल्द्वानी में सिर्फ महिलाओं पर हमला
हल्द्वानी के आसपास गुलदार के हमलों पर गौर करें तो यह अधिकांश महिलाओं पर ही अटैक कर रहा है। जुलाई में रानीबाग क्षेत्र में गुलदार ने घास लेने जा रही दो महिलाओं को मौत के घाट उतारा। उसके बाद फतेहपुर में दो महिलाओं पर हमले का प्रयास हुआ। रविवार को बेल गांव में घटना हो गई। वहीं, रानीबाग का आदमखोर गोली लगने के बावजूद अब भी रहस्य बना है। उसकी बॉडी अब तक नहीं मिली!