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चीन सीमा से आठ दिनों से संपर्क भंग, आपदा की मार झेल रहे उच्च हिमायल के लोग

पिथौरागढ़ बारिश के कारण मची तबाही से 38 सड़के बंद हैं। 40 घंटे से बंद थल- मुनस्यारी में चेताबगड़ पुल के पास लोनिवि ने पैदल चलने भर के लिए मार्ग खोला है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 04:58 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 05:16 PM (IST)
चीन सीमा से आठ दिनों से संपर्क भंग, आपदा की मार झेल रहे उच्च हिमायल के लोग
चीन सीमा से आठ दिनों से संपर्क भंग, आपदा की मार झेल रहे उच्च हिमायल के लोग

पिथौरागढ़, जेएनएन : पिथौरागढ़ बारिश के कारण मची तबाही से 38 सड़के बंद हैं। 40 घंटे से बंद थल- मुनस्यारी में चेताबगड़ पुल के पास लोनिवि ने पैदल चलने भर के लिए मार्ग खोला है। हल्द्वानी से मुनस्यारी ले जाए जा रहे शव को 40 घण्टे बाद स्थानीय युवाओं ने दूसरी तरफ पहुचायां है। बंगापानी तहसील के आपदा प्रभावित लुमती, मौरी तक पहुंचने के लिए बीआरओ द्वारा दुगडी गाड़ में लठ्ठे डाल कर अस्थाई व्यवस्था की है।

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आपदा प्रभावित तल्ला लुमती बौर तल्ला मौरी में स्थिति बेहद खराब है। आपदा प्रभावित कुछ लोग बीमार पड़े हैं। चार दिनों से इन गांवों से संपर्क भंग है। आपदा के दौरान जाराजिबली गांव में मलबे में दबी महिला का पता नहीं चल सका है। धामीगांव और टांगा गांवों में भी मलबे में दबी महिलाओं का पता नहीं लगा है। धारचूला में पेयजल योजनाएं बहने से तीन दिन से जलापूर्ति ठप है।

दस हजार की आबादी तीन किमी दूर जलस्रोत से वाहनों से पानी लाकर प्यास बुझा रही है। मुनस्यारी तहसील और बंगापानी तहसील के दो तिहाई क्षेत्र, धारचूला तहसील के उच्च और उच्च मध्य हिमालय का संपर्क भंग है। बांसबगड़ क्षेत्र में आपदा पीड़ितों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। चीन सीमा का आठवें दिन भी संपर्क भंग है। प्रमुख नदियों के जल स्तर में गिरावट आने से नदी किनारे की बस्तियों में राहत मिली है।


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