बलियानाले के मुहाने पर फिर भूस्खलन, एक माह में तीसरी बार दरकी पहाड़ी
भूगर्भीय दृष्टि से अतिसंवेदनशील बलियानाला के मुहाने पर एक बार फि भूस्खलन होने के कारण 17 परिवारों के आवास खाली कराए गए।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : भूगर्भीय दृष्टि से अतिसंवेदनशील बलियानाला के मुहाने पर एक बार फिर भारी भूस्खलन हो गया है। इस भूस्खलन की वजह से दरकी पहाड़ी का बड़ा हिस्सा बलियानाले में समा गया है, जबकि भूस्खलन वाली जगह पर प्राकृतिक जलस्रोत फूटने से पूरे हरिनगर को खतरा पैदा हो गया है। खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने हरिनगर के सात परिवारों के आवास खाली कर उन्हें जीजीआइसी में शिफ्ट कर दिया है। एक माह में लगातार कटाव के साथ ही तीन बार पहाड़ी का बड़ा हिस्सा दरकने से अब नैनीताल के अस्तित्व को लेकर सवाल उठने लगे हैं, जिससे तल्लीताल क्षेत्र के वाशिंदे भयभीत हैं। शासन-प्रशासन व सरकार की इस मामले में उदासीनता लोगों में नाराजगी बढ़ा रही है।
सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे हरिनगर क्षेत्र भूस्खलन की चपेट में आ गया। भूस्खलन की वजह से चट्टानों की तेज आवाज सुनकर कंपन महसूस किया तो स्थानीय वाशिदों में खलबली मच गई। लोग दहशत के कारण बाहर निकल आए। सूचना पर प्रभारी डीएम हरबीर सिंह, एसडीएम अभिषेक रुहेला, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरीश चंद्र सिंह, एई मदन मोहन जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेष कुमार, राजस्व उपनिरीक्षक अमित साह पहुंचे और मौका मुआयना किया। डेंजर जोन में आए परिवार होंगे शिफ्ट
एसडीएम ने मौके से ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बात की, इसके बाद डेंजर जोन में आ चुके परिवारों को जीजीआइसी में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया। शाम को पटवारी अमित साह व अन्य द्वारा प्रभावित सात परिवारों को जीजीआइसी में शिफ्ट किया गया है। प्रभावित परिवारों में पूरन राम, सचिन प्रसाद, अमित कुमार, विजय कुमार, छोटे लाल, राजेश कुमार, बची राम शामिल हैं। यहां बता दें कि इससे पहले भी रईस होटल क्षेत्र के 17 परिवारों को हटाकर जीआइसी व जूनियर हाईस्कूल में शिफ्ट किया गया है। इधर प्रभारी डीएम हरबीर सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मंडलायुक्त राजीव रौतेला से मुलाकात कर वस्तुस्थिति बताई। बलियानाला से नैनीताल का अस्तित्व जुड़ा है। बारिश की वजह से यहां पर फिर भूस्खलन हुआ है। प्रभावितों को शिफ्ट किया गया है। शासन को स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया गया है। सिंचाई विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है।
राजीव रौतेला, मंडलायुक्त जल्द ट्रीटमेंट नहीं हुआ तो बढ़ेगा खतरा
बलियानाले का ट्रीटमेंट जल्द नहीं किया तो प्रशासन को अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही नैनीताल के हरिनगर, रईस होटल से लेकर तल्लीताल क्षेत्र को खतरा पैदा हो सकता है। चार सौ मीटर क्षेत्र में भूस्खलन हुआ तो ऊपरी इलाकों में जमीन धंसने व दरारें पड़ने लगी हैं। प्रभारी डीएम हरबीर सिंह की ओर से सोमवार शाम को अपर सचिव आपदा प्रबंधन सविन बंसल को रिपोर्ट भेज दी गई, जिसमें भूस्खलन की वजह से स्थिति को बड़ा खतरा बताते हुए जल्द विशेषज्ञ दल भेजने व ट्रीटमेंट का आग्रह किया है।