Deepawali 2020 : स्वाति नक्षत्र व सौभाग्य योग में होगा महालक्ष्मी पूजन, जानिए महालक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
दीपावली इस बार स्वाति नक्षत्र और सौभाग्य योग में मनाई जाएगी। दोनों योग में महालक्ष्मी और कुबेर का पूजन करना परम सुख धन-धान्य देने वाला रहेगा। पर्व निर्णय सभा के महासचिव डा. नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक शनिवार अपराह्न 220 बजे के बाद अमावस्या तिथि प्रारंभ हो रही है।
हल्द्वानी, जेएनएन : प्रकाश पर्व दीपावली इस बार स्वाति नक्षत्र और सौभाग्य योग में मनाई जाएगी। दोनों योग में महालक्ष्मी और कुबेर का पूजन करना परम सुख, धन-धान्य और सौभाग्य देने वाला रहेगा। पर्व निर्णय सभा के महासचिव डा. नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक शनिवार अपराह्न 2:20 बजे के बाद अमावस्या तिथि प्रारंभ हो रही है। महालक्ष्मी पूजन प्रदोष काल से शुरू होगा। वृष लग्न यानी स्थिर लग्न में महालक्ष्मी पूजन को विशेष फलदायी बताया गया है। ज्योतिषाचार्य डा. नवीन चंद्र बेलवाल के मुताबिक गोधुली या प्रदोष काल के बाद रात्रि पर्यन्त पूजन करने का विधान है। सिद्धि प्राप्ति के लिए होने वाली तांत्रिक पूजा के लिए महानिशा काल यानी सिंह लग्न में रात्रि 11:30 बजे बाद पूजन कर सकते हैं।
पूजन के लिए विशेष मुहूर्त
प्रदोष काल : शाम 5:20 से 7:50 बजे तक
स्थिर वृष लग्न : शाम 5:45 से 7:30 बजे तक
चौघडिय़ा : रात्रि 8:30 से 10:10 बजे तक
महानिशाकाल : रात्रि 11:20 से 1:30 बजे तक
पूजा में गन्ना शामिल करें
महालक्ष्मी के पूजन में गन्ना को अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए। देवी लक्ष्मी प्रसन्न होकर अन्न का भंडार भरती हैं। देवी लक्ष्मी के साथ कुबेर का भी पूजन करें। सायंकाल शमी वृक्ष के नीचे चतुर्मुखी दीपक जलाना चाहिए। शुक्रवार को बाजार में गन्ने की जमकर बिक्री हुई।
देश की खुशहाली के लिए अभिषेक
हल्द्वानी : श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय स्थित शिव मंदिर में धनतेरस पर भगवान का शहद से अभिषेक किया गया। प्राचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी ने देश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान डा. चंद्र बल्लभ बेलवाल, डा. संजय सुनाल, चौधरी समर पाल सिंह, डा. कृष्ण चंद्र जोशी आदि मौजूद रहे।