उप नेता विपक्ष माहरा ने इंदिरा हृदयेश पर लगाया तानाशाही का आरोप
स्वराज आश्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए करन ने कहा कि पूर्व महासचिव खजान पांडे व नैनीताल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मारुति शाह के निलंबन करने का तरीका सरासर गलत है।
हल्द्वानी, जेएनएन। उप नेता विपक्ष करन माहरा ने स्टेट लीडरशिप पर मनमानी व तानाशाही का आरोप लगाया है। स्वराज आश्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए करन ने कहा कि पूर्व महासचिव खजान पांडे व नैनीताल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मारुति शाह के निलंबन करने का तरीका सरासर गलत है। पहले स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए था, जवाब से असंतुष्ट होने या जवाब ही नहीं देने पर कार्रवाई बनती है, लेकिन अनुशासन समिति ने जिस तरह से कार्रवाई की, यह समझ से परे है।
उन्होंने कहा कि पार्टी किसी एक की नहीं, कार्यकर्ताओं की पार्टी है। इसमें सभी का बराबर महत्व है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सीएम हरीश रावत व नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा हृदयेश के बीच पिछले दिनों से चल रही तीखी बयानबाजी के जवाब में माहरा ने कहा, हरीश रावत वरिष्ठ नेता हैं। एक समय था जब उनकी मेहनत से राज्य में सत्ता आई और मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी बने, तब भी उनके पास भाजपा से मुख्यमंत्री बनने का ऑफर था। इसके बावजूद उन्होंने खुद पार्टी की रीति नीति पर चलने का निर्णय लिया। नगर निगम चुनाव में खजान पांडे की ओर से फेसबुक पर टिप्पणी के मामले में उन्होंने कहा कि इसकी भी जांच होनी चाहिए थी। हो सकता हो उन्होंने किस संदर्भ में कौन सी बात की हो और उसका क्या अर्थ निकाल लिया गया हो। खजान पांडे ने कहा कि आखिर ये बताया जाए कि मेरी गलती क्या है? बिना कारण बताए इस तरह का निर्णय ठीक नहीं है।
यह भी पढ़ें : डीसीबी के 12 निदेशक चुने गए, कल होगी अध्यक्ष के पद पर ताजपोशी