Move to Jagran APP

भीमताल में दिखी रहस्यों से भरी कापन मैप तितली, जानिए क्‍या हैं इसकी खासियतें

मौसम सुहावना हुआ तो तितलियों का संसार भी बसने लगा है। भीमताल में रहस्यों से भरी तितली कापन मैप दिखाई दी है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 10 Mar 2019 05:27 PM (IST)Updated: Sun, 10 Mar 2019 05:27 PM (IST)
भीमताल में दिखी रहस्यों से भरी कापन मैप तितली, जानिए क्‍या हैं इसकी खासियतें

भीमताल, राकेश सनवाल : मौसम सुहावना हुआ तो तितलियों का संसार भी बसने लगा है। भीमताल में रहस्यों से भरी तितली कापन मैप दिखाई दी है। यह तितली सातताल के घने जंगल में नेपाल मूल की शोध छात्रा सृष्टि पंथी को दिखाई दी है।

loksabha election banner

सृष्टि नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय से यहां तितलियों पर शोध करने बटर फ्लाई शोध संस्थान पहुंची है। कामन मैप (सिरैस्टिस थायोडेमैस) रहस्यों तितली है। इसके पंख में नक्शे जैसी आकृतियां तो हैं ही साथ इसके निचले हिस्से में इसके वास्तविक मुंह की तरह दोनों पंखों में मुंह बने हुए होते हैं। जहरीली तितली होने के बावजूद इस प्रकार के कृत्रिम मुंह को लेकर रहस्य है। वैज्ञानिकों की माने तो जहरीली तितलियों को इस प्रकार के कृत्रिम आकृतियों की आवश्यकता नहीं होती है। उनका जहरीला होना ही शत्रुओं को परास्त करने के लिये काफी है। पाकिस्तान से लेकर दक्षिण पूर्वी एशिया तक पाई जाने वाली यह तितली दक्षिण भारत में भी पाई जाती है। हिमालय में भी इसकी उपस्थित दर्ज की गई है। तितली लार्वा स्तर पर बेढ़ और तिमली के पत्तों को खाती है। और घने जंगलों में ही मिलती है। साथ ही साथ नर और मादा तितली दोंनों तितली गीली मिट्टी में भी देखी गई है। 

वैज्ञानिकों की माने तो आमतौर पर नर तितली एक सीमित क्षेत्र में ही रहता है और अपने क्षेत्र में दिखाई देने वाली हर तितली पर आक्रमक होता है। पर वही अपनी मादा तितली के साथ इसका व्यवहार काफी बदल जाता है। कामन मैप तितली के क्षेत्र में दिखाई देने से वैज्ञानिकों में इसके बर्ताव को लेकर काफी जिज्ञासा उत्पन्न हुई है।

दोनों पंखों में बना होता है कृत्रिम मुंह

नेपाली के त्रिभुवन विश्व विद्यालय की शोध सृष्टि पंथी ने कहा कि आमतौर पर तितली के बारे में अभी बहुत कुछ शोध होना बाकी है। यह तितली कम ही अपने पंखों को मिलाकर बैठती है इसके अतिरिक्त शत्रु के पास होते ही यह खुले पंख से ही किसी पत्ती या फिर किसी चीज के नीचे चले जाती है। सबसे बड़ा रहस्य इसका जहरीला होने के बावजूद इसकी सुरक्षा के लिये इसके दोंनो पंखों में कृत्रिम मुंह होना है।

यह भी पढ़ें : शिक्षकों ने खुद के प्रयासों से बदली सरकारी स्कूलों की तस्वीर, सराहिए इनके प्रयास को

यह भी पढ़ें : गीतकार संतोष आनंद आज कवि‍यित्री सम्मेलन व अभिनंदन समारोह में करेंगे शिरकत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.