एचटी लाइन की चपेट में आकर मरे कमल के परिवार को मुआवजा नहीं सरकारी नौकरी ही चाहिए
नैनीताल रोड पर टूटी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से युवक की मौत के बाद पीडि़त परिवार अब भी सरकारी नौकरी की मांग पर ही अड़ा है। ऊर्जा निगम अफसरों की लाख मिन्नतों के बाद भी परिजन आर्थिक मुआवजा लेने के लिए तैयार नहीं है।
हल्द्वानी, जेएनएन : नैनीताल रोड पर टूटी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से युवक की मौत के बाद पीडि़त परिवार अब भी सरकारी नौकरी की मांग पर ही अड़ा है। ऊर्जा निगम अफसरों की लाख मिन्नतों के बाद भी परिजन आर्थिक मुआवजा लेने के लिए तैयार नहीं है। परिजन सरकारी नौकरी लेने की मांग पर आड़े हैं। जबकि ऊर्जा निगम सरकारी नौकरी देने का मामला शासन स्तर का बता रहा है। ऐसे में एक माह का समय होने के बाद भी ऊर्जा निगम और पीडि़त परिवार के बीच तकरार बनी हुई है। विद्युत वितरण खंड शहर के अधिशासी अभियंता देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच के बाद कमल के परिजनों को चार लाख रुपये का चेक देने की कई बार कोशिश की गयी, लेकिन वह कमल की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़े हैं। सरकारी नौकरी देना शासन स्तर का मामला है।
25 सितंबर को तार के करंट ने ली थी युवक की जान
पिछले महीने की 25 तारीख को नैनीताल रोड पर बृज लाल हास्पिटल के पास गिरे 11केवी हाईटेंशन लाइन के तार के करंट से झुलसकर दमुवाढूंगा बंदोबस्ती कमल रावत की मृत्यु हो गयी थी। हादसा उस समय हुआ अब कमल घर से मंगलपड़ाव स्थित चिकित्सक के क्लीनिक के लिए साइकिल से जा रहा था। इस घटना से जनाक्रोश भड़क गया था। ऊर्जा निगम के अफसरों ने अधिशासी अभियंता ग्रामीण अमित आनंद की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनायी। शासन स्तर तक मामला पहुंचा तो मुख्य अभियंता रुद्रपुर की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी गठित कर दी गयी।
पांच अफसर व कर्मचारियों पर हुई थी कार्रवाई
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से युवक की मौत के मामले के गरमाने पर शासन ने बड़ी कार्रवाई की थी। 30 सितंबर को मुख्य अभियंता की जांच रिपोर्ट के बाद निगम मुख्यालय ने उपखंड अधिकारी नीरज चंद्र पांडे, सहायक अभियंता रोहिताषु पांडे, अवर अभियंता मो शाकेब, टीजी-एक (लाइन) चांद मोहम्मद व लाइनमैन नंदन ङ्क्षसह भंडारी को निलंबित कर दिया था। जबकि बिजली घर के एसएसओ चंदन सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। मामले में सीएम त्रिवेंद्र सिंंह रावत ने खुद ट्ववीट कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी।