रामनगर के दाबका नदी में अवैध खनन करती जेसीबी पकड़ी
खनन माफिया की गुंडई के चलते पांच सालों से बंद पड़े बैंतखेड़ी गेट में फिर अवैध खनन शुरू हो गया है।
संस, रामनगर : खनन माफिया की गुंडई के चलते पांच सालों से बंद पड़े बैंतखेड़ी गेट में फिर अवैध खनन शुरू हो गया है। शिकायत मिलने पर वन विभाग की बन्नाखेड़ा, बैलपड़ाव रेंज की टीम तथा पुलिस व वन निगम की टीम ने दलबल के साथ संयुक्त रूप से छापामार कार्रवाई की। टीम को देखकर दो डंपर चालक वाहन समेत फरार हो गए, जबकि पीछा करने पर जेसीबी मशीन पकड़ी गई। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत दाबका नदी में बाजपुर से सटे बैंतखेड़ी गेट को वन निगम कुछ साल पूर्व खनन माफिया की गुंडागर्दी के चलते बंद कर चुका है। क्योंकि वन निगम व वन विभाग उस क्षेत्र में अवैध खनन को रोक पाने में नाकाम था। तब से इस गेट से उपखनिज की निकासी नहीं की जाती है। इसी क्षेत्र में एक वनकर्मी को खनन माफिया ट्रैक्टर से कुचल कर मौत के घाट उतार चुके हैं। सोमवार को बैलपड़ाव रेंजर संतोष पंत संयुक्त टीम के साथ नदी में पहुंचे तो वहां जेसीबी से अवैध खनन किया जा रहा था। टीम को देखकर नदी में अवैध खनन कर रहे दो डंपर व एक जेसीबी मौके से भागने लगे। वन कर्मियों ने पीछा कर ज्वालावन क्षेत्र में जेसीबी को कब्जे में ले लिया। रेंजर पंत ने बताया कि फरार वाहनों का पता लगाया जा रहा है। जेसीबी को सीज कर दिया गया है। टीम में डिप्टी रेंजर पीसी जोशी, उपनिरीक्षक नीरज चौहान, सतीश कुमार, गोविंद, विनोद जोशी, आमिर खान, विपिन शर्मा मौजूद रहे। इधर, वन विभाग की सख्ती के बाद भी माफिया में कोई असर होता नहीं दिखाई दे रहा है।