Haldwani News : हल्द्वानी में आईटीआई गैंग की दहशत, 25-30 बाइकों से आधी रात को निकलतेे हैंं गिरोह के सदस्य
Haldwani News कुछ युवाओं ने आईटीआई गैंग (ITI Gang Haldwani) नाम से एक सोशल मीडिया ग्रुप बनाया गया है। ग्रुप के सदस्य फोन काल पर भी एक दूसरे से जुटे हैं। झगड़ा-फसाद होने पर सभी एक-दूसरे से संपर्क कर 25-30 बाइक और कार से मौके पर जुट जाते हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : हनुमान चालीसा पढ़कर लौट रहे बजरंग दल कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट का मामलो हिंदू-मुसलमान विवाद नहीं था। बल्कि इसे आईटीआई गैंग (ITI Gang Haldwani) के लोगों ने अंजाम दिया था। इस गैंग का नाम सामने आने के बाद से अब इसकी कारस्तानियां भी सामने आने लगी हैं। आईटीआई गैंग क्या है... इसमें कौन से लोग शामिल हैं...ये कैसे वारदात को अंजाम देते हैं चलिए जानते हैं।
क्या है आईटीआई गैंग
मामले में पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि आईटीआई गैंग नाम से एक सोशल मीडिया ग्रुप बनाया गया है। सभी आरोपित उस ग्रुप से जुड़े हैं। ग्रुप के सदस्य फोन काल पर भी एक दूसरे से जुटे हैं। कहीं भी किसी तरह का झगड़ा-फसाद होने पर सभी एक-दूसरे से संपर्क कर 25-30 बाइक और कार से मौके पर जुट जाते हैं। इस ग्रुप में आईटीआई इलाका, लामाचौड़, गन्ना सेंटर, रामपुर रोड समेत कई क्षेत्रों के रहने वाले लोग हैं। आठ साल से यह गैंग चर्चाओं में है, कुछ समय से इसकी अराजकता बढ़ गई है।
घर में घुसकर बवाल कर चुका है गैंग
26 अगस्त 2021 को तीनपास रोड के पास मामूली कहासुनी में आइटीआइ गैंग ने बवाल किया था। घर में घुसकर तोड-फोड़ व पारिवारिक सदस्यों पर जानलेवा हमला हुआ। इस मामले में करायल करायल चतुर ङ्क्षसह निवासी हरक सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने एबीवीपी के एक पदाधिकारी समेत 10-12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल से बाहर आने के बाद आरोपितों ने फिर माहौल खराब करना शुरू कर दिया था।
राजनीतिक संरक्षण में पल रहा आइटीआइ गैंग
आइटीआइ गैंग की दहशत पूरे हल्द्वानी में है। इस गैंग के 10 मुखिया हैं तथा हर एक मुखिया के साथ 10-12 युवा जुड़े हुए हैं। किसी से भी मारपीट करना इनके लिए कोई बड़ी बात नहीं है। खुद एसएसपी मान रहे हैं कि जब भी किसी एक ही लड़ाई होती है तो पूरा 30 युवकों का गैंग मारपीट के लिए पहुंच जाता है। गैंग के सताए लोगों का कहना है कि इन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इसलिए कोई इनसे लडऩा नहीं चाहता।
आधी रात को रामपुर रोड पर दिखती है गुंडई
पुलिस के मुताबिक गैंग के अधिकाश सदस्य रामपुर रोड व आसपास के इलाकों में रहने वाले हैं। आधी रात को तेज बाइक व कार भगाना इनकी आदत है। होटल, ढाबों पर खाना खाकर रुपये नहीं देते हैं। मांगने पर रुपये के बदले पिटाई की जाती है। दुकानदार से लेकर आम लोग इनकी गुडंई से परेशान हैं। इतना ही नहीं आरोपित महिलाओं व युवतियों से अभद्रता कर चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि इस गैंग में कई नाबालिग शामिल हैं।
11 आरोपितों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने बवाल करने वाले गैंग के 11 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें पीलीकोठी सद्भावना विहार निवासी अभिषेक थापा, रामपुर रोड निवासी भुवन सिंह बिष्ट, सोनू कश्यप, विनय दरम्वाल, डहरिया निवासी पंकज चौहान, प्रियांशु सती, फूलचौड़ निवासी सूरज राणा, गोरापड़ाव निवासी तुषार बोरा, जीतपुर नेगी निवासी करन सिंह, नवीन टम्टा व गुंसाईपुर निवासी जितेंद्र बिष्ट उर्फ जित्तू।