आइपीएल में ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले रैकेट का भंडाफोड़, बुकी समेत चार आरोपित गिरफ्तार
ऑनलाइन सट्टा खिलवाकर लाखों के वारे-न्यारे करने वाले हाइटेक रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। यह रैकेट लोगों से ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए आइपीएल मैचों में पैसा लगवाता था और जीतने वाले को रेट की हिसाब से भुगतान करता था।
काशीपुर, जेएनएन : ऑनलाइन सट्टा खिलवाकर लाखों के वारे-न्यारे करने वाले हाइटेक रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। यह रैकेट लोगों से ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए आइपीएल मैचों में पैसा लगवाता था और जीतने वाले को रेट की हिसाब से भुगतान करता था। बुधवार की रात आरोपित मुंबई इंडियन्स व रायल चैलेंज बैंगलोर के होने वाले आइपीएल मैच में सट्टा लगवा रहे थे। इसी बीच पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर चार को धर दबोचा। आरोपितों के पास से एक लाख 49 हजार रुप, एक एर्टिगा कार और चार मोबाइल बरामद हुए हैं। काशीपुर और बाजपुर में रहने वाले दो बुकी अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
गुरुवार को एएसपी राजेश भट्ट ने अपने कार्यालय पर प्रेसवार्ता में घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कोतवाली पुलिस को सट्टे को लेकर काफी शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद उन्होंने व सीओ काशीपुर अक्षय प्रहलाद कोंडे ने कोतवाली पुलिस को इस तरह की गतिविधियों को रोकने के निर्देश दिए। बुधवार रात कोतवाली पुलिस को सूचना मिली की कुछ लोग शुगर फैक्ट्री गेट के पास एक कार में हैं और सट्टा खिलवा रहे हैं। यह लोग मुंबई इंडियन व रायल चैलेंज बैंग्लोर के होने वाले मैच में पैसा लगवा रहे हैं और काफी लोग सट्टा लगा रहे थे। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उन्हें दबोच लिया।
पकड़े गए आरोपितों ने अपने नाम आले हसन उर्फ़ सेठ जी पुत्र एबने हसन निवासी रसूलपुर थाना स्वार जिला रामपुर, अरमान पुत्र आमिर अहमद निवासी रयका इमरता थाना स्वार जिला रामपुर, अर्शी हुसैन पुत्र इश्तियाक़ हुसैन निवासी चक थाना स्वार जिला रामपुर, जावेद पुत्र शरीफ़ अहमद निवासी इमरता राय थाना स्वार जिला रामपुर बताया। पूछताछ के दौरान पता चला कि गिरोह का सरगना आलेहसन उर्फ सेठ जी है। जबकि अरमान, अर्शी हुसैन व जावेद कमीशन एजेंट हैं।
आलेहसन बीते तीन-चार साल से आनलाइन सट्टा लगवाने का काम करता आ रहा है। उसके फोन में आनलाइन डिमांड नाम की वेबसाइट पर सेठ135 आइडी का इस्तेमाल कर सट्टा लगाया जा रहा था। आलेहसन की आइडी में आनलाइन मैच की अपडेट रेट डेट, बैट हिस्ट्री व हिसाब-किताब की जानकारी मिली। खुलासा करने वाली टीम में इंस्पेक्टर कोतवाली चंद्रमोहन सिंह, एसएसआइ सतीश चंद्र कापड़ी, एसआइ जावेद मलिक, एसआइ जितेंद्र कुमार, कांस्टेबल विरेंद्र, कांस्टेबल लक्ष्मण, कांस्टेबल सतीश, कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, कांस्टेबल कुलदीप सिंह, कांस्टेबल शंकर टम्टा और एसओजी के कांस्टेबल गिरीश कांडपाल शामिल रहे।
वेबसाइट के जरिए होता था पूरा खेल, कसेगी नकेल
एएसपी ने बताया कि यह नए तरह का जुआ है। पकड़े गए चारो लोग उत्तर प्रदेश के रामपुर के निवासी हैं। यहां सट्टा लगाने के लिए आदमी को बैटिंग वेबसाइट की जानकारी इस गिरोह के सदस्यों की ओर से दी जाती थी। उन्हें लालच देकर इसमें शामिल होने के लिए राजी किया जाता था। यह पूरा खेल एक वेबसाइट की जरिये किया जाता था। पुलिस प्रयास करेगी कि उस वेबसाइट को बंद करवा दिया जाए, ताकि इस तरह के जुएं पर लगाम लग सके। उन्होंने कहा कि वेबसाइट के खिलाफ भी लिखा-पढ़ी की जाएगी।
कमीशन पर काम करते थे अरमान, अर्शी व जावेद
सरगना आलेहसन ने भोले-भाले युवा व अन्य लोगों को फंसाने के लिए बाकायदा कमीशन बेस पर एजेंट रख रखे थे। यह एजेंट लोगों से फोन पर संपर्क करते थे और उन्हें मैच में पैसा लगाने के लिए कहते थे। लालच देते थे कि अगर वह जीतते हैं तो उन्हें रेट के हिसाब से बढ़ाकर पैसा मिलेगा, यह बढ़ी हुई राशि कितनी भी हो सकती है। मैच खत्म होने के बाद अगले दिन काशीपुर आकर रुपयों का लेनदेन किया जाता था। साथ ही अगले मैच के लिए बैट लगाई जाती थी।
बाजपुर के गुरुजी व काशीपुर का नीटू फरार
पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि आनलाइन सट्टा लगाने के लिए उन्हें आइडी बाजपुर निवासी गुरुजी ने उपलब्ध करवाई थी। बाजपुर में सट्टा लगाने वालों को आइडी गुरुजी व काशीपुर में सट्टा लगाने वालों को आइडी नीटू उर्फ पाजी द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है। कोतवाली पुलिस ने आरोपितों की कार को सीज कर दिया है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। गुरुजी व नीटू अभी फरार हैं। इन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।