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चुनाव प्रचार का शोर थमा, अब घर-घर दस्‍तक देने निकले प्रत्‍याशी, भारत-नेपाल सीमा सील

पांच अक्टूबर को होने वाले मतदान को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा सील कर दी गई है। विकास खंड कनालीछीना और मूनाकोट विकास खंडों की सीमा सील कर दी गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 03 Oct 2019 07:01 PM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 07:01 PM (IST)
चुनाव प्रचार का शोर थमा, अब घर-घर दस्‍तक देने निकले प्रत्‍याशी, भारत-नेपाल सीमा सील
चुनाव प्रचार का शोर थमा, अब घर-घर दस्‍तक देने निकले प्रत्‍याशी, भारत-नेपाल सीमा सील

पिथौरागढ़/हल्‍द्वानी :  पांच अक्टूबर को होने वाले मतदान को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा सील कर दी गई है। विकास खंड कनालीछीना और मूनाकोट विकास खंडों की सीमा सील कर दी गई है। दोनों विकास खंडों में आने वाले भारत-नेपाल को जोडऩे वाले दो झूलापुल बंद कर दिए गया है। वहीं चुनाव प्रचार का शाेर भी थम गया है। 

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जिलाधिकारी डॉ. वीके जोगदंडे ने पंचायती चुनावों में निष्पक्ष मतदान के लिए मतदान से 48 घंटे पूर्व सीमा सील करने के निर्देश दिए थे। इस निर्देश के तहत गुरु वार सुबह आठ बजे सीमा सील कर दी गई। जिलाधिकारी के आदेश को देखते हुए एसएसबी ने मूनाकोट, कनालीछीना के अलावा धारचूला विकास खंड की सीमा भी सील करते हुए सुबह पुल बंद कर दिए थे। उल्लेखनीय है कि पंचायती चुनाव प्रथम चरण में तीन विकास खंडों बिण, मूनाकोट और कनालीछीना में मतदान होना है। जिसमें मूनाकोट और कनालीछीना विकास खंडों की जौलजीवी से लेकर पंचेश्वर तक नेपाल से सीमा लगी है। इस सीमा में पीपली के पास डौड़ा और झूलाघाट में अंतरराष्ट्रीय झूला पुल हैं। धारचूला विकास खंड में आगामी 16 अक्टूबर को मतदान होना है, जहां 14 अक्टूबर को सीमा सील रहेगी।

इधर, गुरु वार को भी पुल बंद कर दिए जाने से धारचूला में लोग परेशान हो गए। सुबह पुल बंद होने से दोनों देशों के लोग फंस गए थे। इस संबंध में जनप्रतिनिधियों द्वारा पुल बंद किए जाने के संबंध में प्रशासन से बात की गई। प्रशासन से मिली स्पष्ट जानकारी पर एसएसबी द्वारा पौने बारह बजे जौलजीवी, बलुवाकोट, धारचूला, एलागाड़ और उच्च हिमालयी सीता पुल खोल दिए गए। तब जाकर दोनों देशों के बीच आवाजाही प्रारंभ हो सकी है।

घर-घर दस्‍त देने निकले प्रत्‍याशी 

पंचायत चुनाव को लेकर प्रथम चरण का मतदान पांच अक्टूबर को होगा। हल्द्वानी के अलावा भीमताल व रामगढ़ विकासखंड में लोग वोटिंग करेंगे। लिहाजा, आज शाम पांच बजे से ब्लॉकों में चुनाव प्रचार का शोर थम गया है। अब प्रत्याशी घर-घर दस्तक देकर अपने पक्ष में माहौल बना रहे हैं। पंचायत चुनाव में मतदान तीन चरणों में होना है, जबकि मतगणना सभी की 21 अक्टूबर को होगी। प्रथम चरण के उम्मीदवारों को प्रचार के लिए समय भी कम मिला। वहीं आरओ हल्द्वानी एके कटारिया ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देश के मुताबिक, गुरुवार शाम पांच बजे के बाद प्रचार की अनुमति किसी को नहीं होगी। अगर किसी भी उम्मीदवार ने नियम उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं, अंतिम दौर का प्रचार होने की वजह से प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत पद के उम्मीदवारों ने भी पूरी ताकत झोंक दी है।

1500 पुलिस कर्मियों की लगाई गई ड्यूटी

पंचायत चुनाव के लिए प्रशासन से लेकर पुलिस ने भी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। पहले चरण का मतदानहल्द्वानी, रामनगर और भीमताल में होना है। इसके लिए 373 मतदान केंद्रों पर 1500 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसके मीणा के निर्देश पर पुलिस कंट्रोल रूम से जिम्मेदारी तय कर दी गई है। मतदान केंद्रों में तैनात सभी सुरक्षा कर्मी पोलिंग टीमों के साथ रवाना होंगे। पुलिसकर्मी संवेदनशील, अति संवेदनशील केंद्रों पर कड़ी निगाह रखेंगे। पुलिस के अनुसार स्ट्रांग रूम में एक सेक्सन पीएसी और पुलिस की टीम रहेगी। 


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