सवा करोड़ के गबन मामले में दानपुर मिनी बैंक में 15 लाख का खाता होगा सीज
दैनिक जागरण ने वर्ष 2015-16 में हुए घाेटाले में कार्रवाई ठंडा पड़ा मामला उठाया। जिसमें दानपुर मिनी बैंक में 17 खाताधारकों से करीब सवा करोड़ का गबन का आरोप तत्कालीन बैंक प्रभारी पर लगे थे। आरोपित पर केस न दर्ज हो इसके लिए 15 लाख रुपये भी दिए।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : दानपुर मिनी बैंक, वर्तमान ग्रामीण बचत केंद्र में जमा 15 लाख का खाता सीज होगा। वर्ष 2015-16 में तत्कालित बैंक प्रभारी पर सवा करोड़ रुपए गबन का आरोप लगा था। विभागीय जांच में जब मामला सही पाया गया तो कुछ लोग मध्यस्थता कर मामले को रफा दफा करने के लिए 15 लाख रुपये जमा कराए थे। वर्तमान में इस राशि को लेकर जांच बैठी है। उप निबंधक ने खाता सीज कर जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए है।
सहकारिता विभाग आए दिन सुर्खियों में रहता है। दैनिक जागरण ने वर्ष, 2015-16 में हुए घाेटाले में कार्रवाई ठंडा पड़ा मामला उठाया। जिसमें दानपुर मिनी बैंक में 17 खाताधारकों से करीब सवा करोड़ का गबन का आरोप तत्कालीन बैंक प्रभारी पर लगे थे।
विभागीय जांच में मामला सही पाए जाने पर कुछ लोगों ने मध्यस्थता कर मामले को रफा दफा कराने का प्रयास किया। इतना ही नहीं आरोपित पर केस न दर्ज हो इसके लिए 15 लाख रुपये की राशि भी बतौर पेशकश दी गई। अब करीब छह वर्ष के बाद इसी राशि ने कई सवालों को फिर से उठाया है।
संचालक ज्ञान प्रकाश दूबे ने इसी मसले की जांच के लिए 29 अप्रैल को एआर सहकारिता से मांग की थी। पत्र मिलने के बाद एआर सहकारिता तुलसी बुदियाल ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी जिसमें प्रेम प्रकाश एडीसीओ काशीपुर, सागर एडीओ व टीवीएस सचिव बलराज सिंह राज को जिम्मेदारी दी। साथ्ज्ञ ही मामले की रिपोर्ट एक सप्ताह में मांगी थी।
एक माह के बाद ककेटी ने सबके बयान दर्ज कर लिए हैं। इधर एअार सहकारिता ने जांच पूरी कर रिपोर्ट मांगी है, साथ ही 15 लाख वाले खाते को सीज कर जांच आख्या प्रस्तुत करने के लिए सोमवार तक का समय दिया है।
जिला सहायक निबंधक तुलसी बुदियाल ने बताया कि दानपुर मिनी बैंक में गबन का मामला दफा दफा करने के लिए 15 लाख रुपये जमा किए गए थे। इस राशि को जमा कराने में कई लोगों की मध्यस्थता है। सबकी जांच होगी। साथ ही खाता सीज किया जाएगा।