पिथौरागढ़ के स्वाला में दरकी पहाड़ी, पोकलैंड दबी, बाल-बाल बचा ऑपरेटर
टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर धौन-स्वाला के बीच 106 किमी पर शनिवार दोपहर में एक बड़ा हादसा होते-होते टला। दोपहर में अचानक पहाड़ी दरक गई।
चम्पावत, जेएनएन : टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर धौन-स्वाला के बीच 106 किमी पर शनिवार दोपहर में एक बड़ा हादसा होते-होते टला। दोपहर में अचानक पहाड़ी दरक गई। जिसमें रोड पर काम कर रही एक पोकलैंड पूरी तरह से दब गई। गनीमत रही कि ऑपरेटर काम बंद कर खाना खाने चला गया और एनएच बंद था। अन्यथा उस स्थान पर बड़ी घटना घट सकती थी। स्वाला के पास मार्ग के संकरा हो जाने के कारण हाईवे 11 दिसंबर से बंद है। जिस कारण कार्यदायी कंपनी स्वाला की पहाड़ी की कटिंग करने के साथ अन्य कार्यों को तेजी से कर रही है।
शनिवार दोपहर को धौंन से स्वाला के बीच 106 किमी पर कार्यदायी शिवालया कंपनी का एक ऑपरेटर रोड पर पोकलैंड ब्रेकर से पत्थर तोड़ रहा था। करीब दो बजे वह मशीन बंद कर मेस में खाना खाने चला गया। उसके जाने के करीब 15 मिनट बाद उसी स्थान पर अचानक पूरा पहाड़ खिसककर नीचे आ गया। पहाड़ी से आए मलवे में नीचे खड़ी पोकलैंड पूरी तरह दब गई। यह पहाड़ी भी करीब 50 मीटर ऊंची और करीब 40 मीटर चौड़ी है। मलबा आने से हाईवे भी बंद हो गया। सूचना मिलते ही स्वाला में कार्य देख रहे एनएच एई विवेक सक्सेना व शिवालया कंपनी के प्रोजेक्ट हेड संजय राणा, पीएम सुरेश कुमार समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए और तुरंत मशीनों को बुलाकर मलवा हटवाना शुरू कर दिया। गनीमत रही कि हाईवे बंद होने से वहां से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था और ऑपरेटर भी वहां पर नहीं था। अन्यथा उस स्थान पर बड़ी घटना घट सकती थी।
यह भी पढ़ें : नैनीताल व पिथौरागढ़ से सर्द रहा तराई-भाबर, मैदानी इलाकों में छाया रहेगा कोहरा