पटवारी के खिलाफ एसआइटी द्वारा दर्ज मुकदमे की जांच रिपोर्ट नहीं मिली तो होगा आंदोलन
कालाढूंगी तहसील के पटवारी के खिलाफ एसआइटी द्वारा दर्ज मुकदमे की जांच रिपोर्ट नहीं मिलने से लेखपाल संघ खफा है।
रामनगर, जेएनएन : कालाढूंगी में पटवारी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के खिलाफ एसआइटी की ओर से दर्ज मुकदमे से पैदा हुआ विवाद और बढ़ गया है। इस मामले में आंदोलन कर रहे उत्तराखंड लेखपाल संघ को डीएम वीके सुमन ने जांच कमेटी गठित कर 15 दिन में रिपोर्ट देने की बात कही थी, लेकिन दो महीने बाद भी यह रिपोर्ट जारी नहीं हो सकी। ऐसे में अब एक बार फिर संघ ने 16 मार्च से आंदोलन उग्र करने की चेतावनी दी है।
ये है मामला
एसआइटी ने नवंबर में लैंड फ्रॉड के मामले में कालाढूंगी के पटवारी गुल हसन और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जीवन चंद्र जोशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। लेखपाल संघ को जब जनवरी 2019 में इसकी जानकारी हुई तो आंदोलन शुरू कर दिया गया। संघ की मांग थी कि राजस्व विभाग के अनुमोदन के बिना ही यह मुकदमा दर्ज किया गया है। इसलिए हमें आपत्ति है। इसलिए पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है। भविष्य में भी ऐसे मामलों में राजस्व विभाग की अनुमति पर ही आगे की कार्रवाई हो।
ये काम हो रहा प्रभावित
इस प्रकरण के बाद संघ ने जनवरी में पूरी तरह कार्य बहिष्कार कर दिया था। डीएम के समझाने के बाद 12 जनवरी से काम शुरू कर दिया था। फिर भी आय प्रमाण पत्र बनाने बंद कर दिए। साथ ही दाखिल खारिज संबंधी काम भी नहीं किए। इन मामलों को लेकर लोग तहसीलों में चक्कर काटने को मजबूर हैं।
डीएम की ओर से सीडीओ की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट अभी तक नहीं आ सकी है। इस मामले में बेवजह विलंब किया जा रहा है। हमें 10 दिन के भीतर रिपोर्ट नहीं मिलती है तो मजबूर होकर 16 मार्च से कार्य बहिष्कार करेंगे।
- तारा चंद्र घिल्डियाल, अध्यक्ष
एसआइटी ने मुकदमा दर्ज किया था। संघ की मांग पर कमेटी गठित की थी। इस प्रकरण की जांच पूरी हो गई है। एक-दो दिन में रिपोर्ट मुझे मिल जाएगी। लोगों को होने वाली दिक्कतों को लेकर रास्ता निकाला जा रहा है।
- वीके सुमन, डीएम, नैनीताल
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